पांवटा साहिब : यमुना नदी में डूबने से दो युवकों की मौत हो गई. वहीं, सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई. यमुना नदी में पिछले कुछ वर्षों के भीतर 56 से अधिक युवक मौत के शिकार हो चुके हैं.
टीकाराम उम्र 18 साल मुकेश उम्र 17 साल की नदी में डूबने से मौत हो गई. दोनों युवक मंडी जिले के बताए जा रहे हैं. मामला गुरूवार शाम का बताया जा रहा है. युवकों के शव बरामद भी कर लिया गया है.
15 दिन पहले ही पांवटा आए थे युवक
युवक के दोस्त हरीश ने बताया कि यह दोनों 15 दिन पहले पांवटा आए थे. पांवटा साहिब की एक निजी कंपनी में काम करते थे और यहां यमुना तट पर घूमने के लिए आए थे, इस बीच उनका नहाने का मन कर गया और नहा कर जब वापस लौट रहे थे तो उनका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चले गए. दोनों को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन मैं कुछ नहीं कर पाया.
स्नान घाट बनाने की घोषणा हुई फेल
बता दें कि यमुना घाट पर अब तक 56 लोग अपनी जान गवा चुके हैं. चाहे मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल हों या फिर राजा वीरभद्र सभी ने यहां पर दस-दस लाख रुपए से स्नान घाट बनाने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक के यहां पर घाट नहीं बन पाए हैं.
चेतावनी बोर्ड गायब
वहीं, दूसरी और घाट पर सूचना के लिए लगाए गए चेतावनी बोर्ड का भी कोई अता पता नहीं है. यहां पर बाहर से आने वाले लोगों को चेतावनी देने के लिए जो बोर्ड लगाया गया था उसे तोड़कर किनारे में फेंक दिया गया है. वही, पांवटा डीएसपी वीर बहादुर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मौके पर पहुची पुलिस टीम ने दोनों के शव को ढूंढ लिया गया है.
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