नाहन: हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ जिला सिरमौर इकाई ने एसएमसी अध्यापकों के लिए ठोस नीति बनाने की सरकार से मांग की है. एसएमसी अध्यापक एक लंबे अरसे से प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षा की लौ जला रहे हैं. इसके अलावा अध्यापक संघ ने सरकार से विभिन्न मांगें उठाते हुए उनके जल्द से जल्द समाधान की मांग भी की है.
नाहन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ जिला सिरमौर इकाई के अध्यक्ष राजीव ठाकुर ने पीटीए, पैरा व पैट अध्यापकों के नियमितीकरण को लेकर सरकार का आभार व्यक्त किया है. हालांकि, नियमितकरण को लेकर संबंधित अध्यापकों ने लंबी लड़ाई लड़ी और कोर्ट के फैसले के बाद सरकार ने तुरंत नियमितकरण का तोहफा दिया है.
राजीव ठाकुर ने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश के एसएमसी अध्यापकों के लिए कोई ठोस नीति बनाई जाए और कोर्ट में जाकर उनका मजबूती के साथ पक्ष रखें, क्योंकि ये वह अध्यापक है, जोकि दुर्गम क्षेत्रों में लंबे समय से शिक्षा की लौ जला रहे हैं. हालांकि, सरकार इस दिशा में प्रयास भी कर रही हैं. साथ ही संघ ने यह मांग भी की कि एसएमसी अध्यापकों के लंबित पिछले 7 से 8 महीने का वेतन भी जारी किया जाए.
राजकीय अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष राजीव ठाकुर ने कहा कि शिक्षा विभाग के हाल ही में आदेश आए हैं कि 6 सितंबर से 9वीं से 12वीं कक्षा की परीक्षाओं का आयोजन गूगल मीट के जरिये करने का फैसला लिया है, लेकिन गूगल या जियो ऐप के जरिये परीक्षाओं का आयोजन करना बहुत मुश्किल है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की बेहद समस्या है. इस दिशा में भी उचित कदम उठाए जाए. राजीव ठाकुर ने शिक्षा विभाग से यह भी मांग रखी कि प्रदेश में हेडमास्टर व प्रिंसिपल के रिक्त पड़े 500 से 600 पदों को भी जल्द से जल्द भरा जाए.
इस दौरान जिलाध्यक्ष राजीव ठाकुर ने राजकीय अध्यापक संघ जिला सिरमौर की कार्यकारिणी के विस्तार का भी एलान किया, जिसमें नाहन से यशपाल शर्मा को जिला इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने के साथ-साथ 35 अन्य नए पदाधिकारियों को मनोनीत किया गया है. अब जिला कार्यकारिणी में पदाधिकारियों कुल संख्या 40 होगी.
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