WRITTEN BY ANKESH DOGRA/नाहन: करीब 11885 फीट की ऊंचाई पर स्थित सिरमौर जिले की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर मुश्किलें बढ़ गई है. चोटी पर नवंबर माह से ही हिमपात शुरू हो गया था. हाल ही में 28 और 29 जनवरी को भी चोटी पर करीब 5 फीट बर्फबारी हुई. इसके बाद नवंबर से लेकर 29 जनवरी तक चोटी पर 8 फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है. लिहाजा चोटी पर जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है.
जानकारी के अनुसार चोटी पर पिछले दिनों हुई भारी बर्फबारी के बाद कई ढाबे भी बर्फ से ढक चुके हैं. हालांकि इस समय चोटी पर कोई भी ढाबा संचालक मौजूद नहीं है और यह सभी बंद पड़े हैं. पिछले 15 दिनों से अधिक समय से बिजली आपूर्ति भी ठप पड़ी हैं. पेयजल योजनाएं जाम हो चुकी हैं. ऐसे में पीने के पानी के लिए भी मुश्किलें बढ़ गई है. खाना बनाने और पीने के लिए बर्फ को पिघलकर उसका पानी इस्तेमाल किया जा रहा है.
बता दें कि 15 दिसंबर को प्रशासन ने चूड़धार यात्रा पर रोक लगा दी थी. इसके बाद चूड़धार से मंदिर के पुजारी, चूड़ेश्वर सेवा समिति का पूरा स्टाफ अपने घर जा चुका हैं. इस समय चोटी पर स्वामी कमलानंद गिरि अकेले ही रह रहे हैं. अप्रैल माह तक चूड़धार यात्रा पर रोक लगाई गई है. दूसरी तरफ चूड़ेश्वर सेवा समिति ने श्रद्धालुओं से भी आग्रह किया है कि भारी बर्फबारी के कारण चूड़धार के लिए जाने वाले सभी रास्ते बंद हो चुके हैं. नौहराधार से चूड़धार जाने वाले रास्ते पर तीसरी नामक स्थान से चूड़धार तक रास्ते में 8 फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है. लिहाजा श्रद्धालु अप्रैल माह तक चूड़धार यात्रा पर बिल्कुल न जाएं.
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