सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के उपमंडल पांवटा साहिब के तहत आने वाले सिरमौरी ताल गांव में प्रकृति ने खूब कहर बरपाया. तबाही के इस मंजर में प्रकृति का सबसे ज्यादा कहर स्थानीय निवासी विनोद कुमार के ऊपर टूटा. विनोद अपनी बहन के बच्चों को बचाने के लिए घर से बाहर ही गया था कि इसी बीच उसका खुद का परिवार बादल फटने के बाद आई बाढ़ के तांडव की भेंट चढ़ गया. इस हादसे में विनोद के माता-पिता, पत्नी और दो मासूम बच्चे बाढ़ की चपेट में आ गए. हालांकि वीरवार को विनोद के पिता व बेटी का शव बरामद किया जा चुका है, लेकिन परिवार के अन्य तीन सदस्य अब भी लापता है.
जानकारी के अनुसार विनोद का एक भाई नारीवाला क्षेत्र में रहता है, जबकि उसके पिता कुलदीप सिंह व माता जीतो देवी, विनोद की पत्नी व उसके दो मासूम बच्चे सिरमौरी ताल में ही रहते थे. जानकारी के मुताबिक जिस वक्त यह घटना हुई, उससे कुछ ही मिनट पहले विनोद को पड़ोस में रहने वाली उसके मामा की बेटी का फोन आया और कहा कि उनके घर की तरफ पानी बढ़ रहा है. उसके बच्चों को अपने घर ले जाए. फोन आने पर विनोद अपनी बहने के बच्चों को उसके घर लेने के लिए निकल ही था कि पीछे से बाढ़ ने विनोद के परिवार को ही अपनी चपेट में ले लिया.
पूरा मकान मलबे के साथ जमींदोज हो गया. बहन के एक फोन कॉल ने विनोद की तो जान बचा ली, लेकिन कुदरत को कुछ ओर ही मंजूर था. हादसे में विनोद का पूरा परिवार बाढ़ की भेंट चढ़ गया. तबाही का यह मंजर देख हर किसी की आंख नम है, वहीं विनोद का भी रो-रोकर बुरा हाल है. यह हादसे उसे कभी न भूलने वाले जख्म दे गया. बरामद किए गए दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पांवटा साहिब पहुंचा दिया गया है. शुक्रवार सुबह एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा और विनोद के परिवार के तीन अन्य सदस्यों को तलाशने का कार्य शुरू होगा.
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