राजगढ़ः चूड़धार यात्रा पर प्रशासनिक रोक के बावजूद भी लोग यात्रा कर रहे हैं. इसी के चलते माइनस डिग्री तापमान व बर्फ के बीच दिन भर कई घंटे तक राज्यस्थान का रहने वाला एक युवक अकेला चूड़धार के जंगल में भटकता रहा. जानकारी के अनुसार रविवार को चूड़धार के लिए चंडीगढ़ से आए 4 युवक राहुल, अंकित पवन और अनिल साथ में निकले थे. दोपहर बाद इनका साथी राजस्थान निवासी अंकित कुमार रास्ता भटक गया, जिसके बाद तीनों युवकों ने 112 हेल्पलाइन नौहराधार चौकी पर फोन कर मदद मांगी.
पुलिस व पुजारी ने किया रेस्क्यू
नौहराधार चौकी प्रभारी चेतन चौहान ने अंकित से संपर्क किया. शाम करीब 4 बजे पुलिस व मंदिर में मौजूद पुजारी की मदद से युवक शिवलिंग की चोटी पर मिल गया, फिर युवक को पुलिस व पुजारी ने सुरक्षित मंदिर जाने का सही रास्ता बताकर मंदिर पहुंचाया. गनीमत यह रही कि इस युवक का रेस्क्यू समय रहते हो गया और वह सही सलामत पुलिस की मदद से सुरक्षित मंदिर पंहुच गया और अपने साथियों से मिल गया.
बता दें चूड़धार के लिए सिरमौर व शिमला जिले के अलग-अलग स्थानों से पैदल रास्ते हैं और सभी रास्ते देवदार, बान, मोरू के घने जंगलों से होकर गुजरते हैं और चूड़धार के लिए घने जंगलों में से लगभग 8 से 12 घंटे का पैदल रास्ता है.
प्रशासन ने लोगों से की ये अपील
वहीं, 15 अप्रैल तक चूड़धार यात्रा पर प्रतिबंध रहता है. प्रशासन ने बार-बार लोगों से आग्रह करने के बावजूद भी लोग चूड़धार यात्रा पर जा रहे हैं. स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे चूड़धार की और तब तक प्रस्थान ना करें जब तक प्रशासन द्वारा यात्रा को ना खोला जाए.
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