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सिरमौरः कल से शुरु होगा पढ़ना-लिखना अभियान, 19918 अशिक्षित लोगों किया जाएगा शिक्षित

सिरमौर में पढ़ना-लिखना अभियान 1 अप्रैल से 15 मई 2021 तक चलाया जाएगा. इसमें 1 अप्रैल से 19,918 अशिक्षित लोगों को शिक्षित करने का कार्य शुरू होगा. डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के 19918 अशिक्षित लोगों को शिक्षित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिला के 9 शिक्षा खंडों में इन अशिक्षित लोगों को 1992 स्वयं सेवक शिक्षक, जिनमें सरकारी स्कूल के शिक्षक, छात्र, सेवानिवृत कर्मचारी या एनसीसी, एनएसएस के स्वयं सेवक अशिक्षित लोगों को पढ़ाने का कार्य करेंगे.

Reading and writing campaign will start in Sirmour
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Published : Mar 31, 2021, 5:24 PM IST

नाहनः सिरमौर में 1 अप्रैल से 19,918 अशिक्षित लोगों को शिक्षित करने का कार्य शुरू होगा. इसके लिए पढ़ना-लिखना अभियान के तहत 15 मई 2021 तक संबंधित लोगों को 1992 स्वयं सेवक शिक्षक शिक्षित करेंगे. दरअसल जिला में 2011 की जनगणना के आधार पर विभिन्न शिक्षा खंडों के तहत जिला सिरमौर में इन 19,918 अशिक्षित लोगों का चयन किया गया है, जिन्हें करीब डेढ़ माह तक स्वयं सेवक शिक्षकों द्वारा शिक्षा प्रदान की जाएगी.

आंकड़ों पर गौर करें तो अभियान के तहत जिला के 9 शिक्षा खंडों में 19,918 अशिक्षित लोग शामिल हैं, जिनमें 6562 पुरुष और 13,356 महिलाएं शामिल है, को शिक्षित करने के लिए लगभग 26 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया है.

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1 अप्रैल से 15 मई तक चलेगा ये अभियान

जानकारी देते हुए डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि यह अभियान 1 अप्रैल से 15 मई 2021 तक चलाया जाएगा. इसमें जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के 19918 अशिक्षित लोगों को शिक्षित किया जाएगा. 2011 जनगणना के आधार पर इन लोगों का चयन किया गया है.

उन्होंने बताया कि जिला के 9 शिक्षा खंडों में इन अशिक्षित लोगों को 1992 स्वयं सेवक शिक्षक, जिनमें सरकारी स्कूल के शिक्षक, छात्र, सेवानिवृत कर्मचारी या एनसीसी, एनएसएस के स्वयं सेवक अशिक्षित लोगों को पढ़ाने का कार्य करेंगे. इसके बाद संबंधित लोगों का टेस्ट लिया जाएगा और जिला सिरमौर में पूर्ण रूप से साक्षर किया जाएगा. इसके लिए संबंधित पंचायत में उपलब्ध सरकारी व निजी स्कूल, पंचायत घर या अन्य उपयुक्त स्थल का चयन कर कक्षाएं प्रारंभ की जाएगी.

स्वयं सेवक शिक्षक को 10 अनपढ़ लोगों को पढ़ाने का दिया दायित्व

बता दें कि हर एक स्वयं सेवक शिक्षक को 10 अनपढ़ लोगों को पढ़ाने का दायित्व दिया गया है, जिसके लिए उन्हें 50 रुपये प्रति पढ़ने वाले व्यक्ति की दर से मेहनताना दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त स्वयं सेवक शिक्षक को 10 रुपये प्रति व्यक्ति अन्य रचनात्मक गतिविधियों के लिए देना सुनिश्चित किया गया है. पढ़ने वाले हर व्यक्ति को 40 रुपये की राशि की लेखन सामग्री खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुहैया करवाई जाएगी.

ये भी पढे़ं- सत्ता का सेमीफाइनल: दाव पर साख, क्या नए नगर निगम फतह कर पाएगी जयराम सरकार

नाहनः सिरमौर में 1 अप्रैल से 19,918 अशिक्षित लोगों को शिक्षित करने का कार्य शुरू होगा. इसके लिए पढ़ना-लिखना अभियान के तहत 15 मई 2021 तक संबंधित लोगों को 1992 स्वयं सेवक शिक्षक शिक्षित करेंगे. दरअसल जिला में 2011 की जनगणना के आधार पर विभिन्न शिक्षा खंडों के तहत जिला सिरमौर में इन 19,918 अशिक्षित लोगों का चयन किया गया है, जिन्हें करीब डेढ़ माह तक स्वयं सेवक शिक्षकों द्वारा शिक्षा प्रदान की जाएगी.

आंकड़ों पर गौर करें तो अभियान के तहत जिला के 9 शिक्षा खंडों में 19,918 अशिक्षित लोग शामिल हैं, जिनमें 6562 पुरुष और 13,356 महिलाएं शामिल है, को शिक्षित करने के लिए लगभग 26 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया है.

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1 अप्रैल से 15 मई तक चलेगा ये अभियान

जानकारी देते हुए डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि यह अभियान 1 अप्रैल से 15 मई 2021 तक चलाया जाएगा. इसमें जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के 19918 अशिक्षित लोगों को शिक्षित किया जाएगा. 2011 जनगणना के आधार पर इन लोगों का चयन किया गया है.

उन्होंने बताया कि जिला के 9 शिक्षा खंडों में इन अशिक्षित लोगों को 1992 स्वयं सेवक शिक्षक, जिनमें सरकारी स्कूल के शिक्षक, छात्र, सेवानिवृत कर्मचारी या एनसीसी, एनएसएस के स्वयं सेवक अशिक्षित लोगों को पढ़ाने का कार्य करेंगे. इसके बाद संबंधित लोगों का टेस्ट लिया जाएगा और जिला सिरमौर में पूर्ण रूप से साक्षर किया जाएगा. इसके लिए संबंधित पंचायत में उपलब्ध सरकारी व निजी स्कूल, पंचायत घर या अन्य उपयुक्त स्थल का चयन कर कक्षाएं प्रारंभ की जाएगी.

स्वयं सेवक शिक्षक को 10 अनपढ़ लोगों को पढ़ाने का दिया दायित्व

बता दें कि हर एक स्वयं सेवक शिक्षक को 10 अनपढ़ लोगों को पढ़ाने का दायित्व दिया गया है, जिसके लिए उन्हें 50 रुपये प्रति पढ़ने वाले व्यक्ति की दर से मेहनताना दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त स्वयं सेवक शिक्षक को 10 रुपये प्रति व्यक्ति अन्य रचनात्मक गतिविधियों के लिए देना सुनिश्चित किया गया है. पढ़ने वाले हर व्यक्ति को 40 रुपये की राशि की लेखन सामग्री खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुहैया करवाई जाएगी.

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