नाहन: कोरोना संक्रमण की संवेदनशीलता को देखते हुए फूड सेफ्टी एवं वेटनरी विभाग के अधिकरियों की संयुक्त टीम ने नाहन में मीट विक्रेताओं की दुकानों पर छापेमारी की. संबंधित टीम कोरोना के चलते सुरक्षा के मद्देनजर पूरे इंतजाम कर बिना किसी सूचना के ही शहर में मीट की दुकानों जायजा लेने पहुंच गई.
इस दौरान टीम ने जहां मीट विक्रेताओं के लाइसेंस की जांच की, वहीं कुछ दुकानों पर खराब मीट पाए जाने के चलते उसे नष्ट कर दिया गया. इस दौरान टीम ने करीब एक दर्जन मीट की दुकानों का औचक निरीक्षण किया. वहीं खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी अतुल कायस्थ ने बताया कि संयुक्त छापामारी के दौरान कई चिकन शॉप्स के लाइसेंस रिन्यू नहीं पाए गए है, जिन्हें जल्द से जल्द रिन्यू करवाने की सख्त हिदायत दी गई.
साथ ही संबंधित दुकानदारों को कहा गया है कि कोई भी विक्रेता अखबार के कागज में मीट को न लपेट कर बेचे. इसके लिए बाकायदा विशेष लिफाफे की व्यवस्था करनी होगी. साथ ही विक्रेताओं को सोशल डिस्टेंसिंग, सेनिटाइेज आदि नियमों को लेकर भी सख्ती से पालन करने की बात कहीं गई है. पशुपालन विभाग द्वारा मीट की जांच की गई.
शुपालन विभाग के डाक्टर अंकुर ने बताया कि बुचड़खानों में जांच के बाद ही विक्रेता मीट को बेच सकेंगे. यदि कोई घर में एनीमल्स को काटकर मीट बेचता है, तो उसके पुलिस में मामला दर्ज करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस दौरान भासी मीट को नष्ट भी करवाया गया.
बता दें कि कोरोना के चलते सुरक्षा के मद्देनजर उपायुक्त सिरमौर डा. आरके परूथी के दिशा निर्देशों पर दोनों ही विभागों की संयुक्त टीम ने यह औचक निरीक्षण किया और मीट विक्रेताओं को नियमों के तहत ही कार्य करने की सख्त चेतावनी जारी की.
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