नाहन: प्रदेश सहित सिरमौर जिला में निजी बस ऑपरेटर्स के आहवान पर जिला में निजी बसों की आवाजाही पूरी तरह से ठप रही. लिहाजा जिला भर में लोगों को निजी बसें न मिलने के कारण खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. निजी बस ऑपरेटर्स की हड़ताल के कारण जिला सिरमौर में भी 270 निजी बसों के पहिये पूरी तरह से थम गए.
हालांकि एचआरटीसी की बसें नियमित रूप से चलने के कारण लोगों को कुछ राहत जरूर मिली. मगर कुछ लोगों को भारी भरकम राशि टैक्सी वालों को देकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा. वहीं, हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें ओवरलोड दिखी.
270 बसों के पहिए थमे रहे
दूसरी तरफ दी सिरमौर निजी बस ऑपरेटर्स सोसायटी के प्रधान एवं जिला परिषद सदस्य मामराज शर्मा ने बताया कि जिला सिरमौर में सोमवार को सभी 270 बसों के पहिए थमे रहे. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, तब तक निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल अनिश्चित काल तक जारी रहेगी.
उन्होंने एचआरटीसी प्रबंधकों व चालकों पर आरोप लगाया कि कोविड-19 नियमों की अनदेखी करते हुए एचआरटीसी की ओवरलोडिड बसें चलाई जा रही है, जबकि प्रदेश सरकार ने बसों में 50 प्रतिशत सीटिंग कैपेसिटी के साथ ही बसें चलाने की अनुमति दी है.
स्पेशल रोड टैक्स को माफ करने की मांग
बता दें कि पूरे प्रदेश में निजी बस ऑपरेटर्स को कोरोनाकाल के एसआरटी (स्पेशल रोड टैक्स) को माफ करने की मांग कर रहे हैं, जिसके चलते सरकार के रवैया से नाराज होकर निजी बस ऑपरेटर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. अब देखना है कि सरकार कब निजी बस ऑपरेटर्स को वार्ता के लिए बुलाती है और जो सरकार ने पहले आश्वासन दिए थे, उन्हें कब पूरा करती है.
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