नाहन: पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के तहत सराहां सिविल अस्पताल को कोविड टर्सरी अस्पताल बनाने के फैसले का क्षेत्रवासियों ने विरोध जताया है. सोमवार को सैकड़ों लोगों ने शांतिपूर्वक रोष प्रदर्शन करते हुए सरकार से तुरंत इस फैसले को वापिस लेने की मांग की है.
दरअसल सराहां सिविल अस्पताल को प्रदेश सरकार कोविड टर्सरी बनाने जा रही है, जहां पर तीसरे चरण के कोरोना संक्रमित लोगों उपचार होगा. इससे पहले सराहां सिविल अस्पताल को सरकार द्वारा कोविड हेल्थ सेंटर में तब्दील किया गया था और अब इसे टर्शरी अस्पताल बनाने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा रही है.
क्षेत्रवासियों ने सोमवार को सरकार के इसी फैसले का विरोध करते हुए स्थानीय पंचायत प्रधान नरेंद्र गोसाई के नेतृत्व में रोष प्रदर्शन किया और एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेज तुरंत समस्या के समाधान की मांग की.
ज्ञापन में स्थानीय लोगों ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का इलाज होना भी जरूरी है, लेकिन केवल कोरोना का ही इलाज हो और 30 से ज्यादा पंचायतों की जनता को राम भरोसे छोड़ दिया जाए, ऐसे फरमान को स्वीकर नहीं किया जा सकता.
स्थानीय लोगों का कहना है कि कोरोना के इलाज के लिए सरकार ने पहले ही सराहां अस्पताल की नवनिर्मित 4 मंजिला बिल्डिंग ले रखी है और अब सरकार पुरानी बिल्डिंग को भी कोरोना के लिए इस्तेमाल करना चाहती है, तो 30 पंचायतों के हजारों लोग अपना इलाज करवाने कहां जाएंगे.
स्थानीय लोगों ने कहा कि सराहां में इस अस्पताल के अलावा किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं है, जहां आपातकाल में कोई अपना इलाज करवा सके. लोगों ने कहा कि अगर सराहां अस्पताल में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रखा गया तो सरकार पच्छाद की 30 पंचायतों के हजारों लोगों के विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहें.
कुल मिलाकर सराहां सहित अन्य पंचायतों के लोगों ने यहां टर्शरी अस्पताल बनाने का पूरी तरह से विरोध जताया है. अब देखना यह होगा कि सरकार लोगों के विरोध के बाद इस मामले में क्या निर्णय लेती है.