राजगढ़/सिरमौर: राजगढ़ के पैणकुफर गांव के एक 65 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना से आईजीएमसी शिमला में बुधवार रात को मौत हो गई. बुधवार को व्यक्ति के बीमार होने पर उसे सोलन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. अस्पताल में डॉक्टरों ने व्यक्ति का रैपिड एंटीजन कोरोना टेस्ट किया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई.
इसके बाद में व्यक्ति की हालत को देखते हुए उसे आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया. शिमला में दोबारा कोरोना टेस्ट किए जाने पर व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई और कुछ घंटों बाद उसकी मौत हो गई. व्यक्ति की मौत के बाद क्षेत्र में डर का माहौल है. साथ ही लोगों ने कोरोना के रैपिड एंटीजन टेस्ट पर सवाल खड़ें किए है.
लोगों का कहना है कि एक अस्पताल में टेस्ट करने पर निगेटिव आया और बाद में जब वही टेस्ट आईजीएमसी में किया गया तो वो पॉजिटिव कैसे आया. पिछले कई दिनों से इस व्यक्ति की तबीयत खराब चल रही थी और इसे सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. वहीं, मृतक के बड़े बेटे की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है और पत्नी व दूसरे बेटे की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
मृतक का गुरुवार देर शाम पैतृक गांव में कोविड 19 प्रोटोकोल के तहत संस्कार किया गया. एसडीएम राजगढ़ नरेश वर्मा ने बताया कि संस्कार के लिए पीपीई किट्स उपलब्ध करवा दी गयी थी और 7 लोगों ने कोविड 19 प्रोटोकोल के तहत मृतक का संस्कार किया.
गौरतलब है कि राजगढ़ में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आसपास की पंचायत के लोगों को सिविल अस्पताल में टेस्ट की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है, लेकिन दूरदराज के क्षेत्र पझोता और रासू मांदर की पंचायतों में अभी भी कोविड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध नहीं है. लोगों को कोरोना टेस्ट करवाने के लिए राजगढ़ या सोलन जाना पड़ता है.
इससे कई लोगों की देरी के कारण मौत हो रही है. साथ ही अधिक लोगों के संपर्क में आने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. लोगों ने दूरदराज के क्षेत्रो में भी कोविड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की है.
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