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सरकार का अभियान और बच्चों की मेहनत, स्कूल की वाटिका में उगाए कई औषधीय पौधे

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Published : Jun 4, 2019, 9:13 PM IST

वाटिका के साथ ही एक छोटा सा पॉली हॉउस भी स्थापित किया गया है, जहां बच्चों को इनके बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है. साथ ही एक केंचुआ खाद पर आधारित संयत्र भी बनाया गया है और बच्चों को खाद बारे में भी बताया जाता है.

स्कूल की वाटिका में उगाए कई औषधीय पौधे

नाहनः भारत सरकार ने स्कूली बच्चों में विज्ञान के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय आविष्कार अभियान शुरू किया है. इसके अंतर्गत बच्चों को अनेकों वैज्ञानिक क्रियाकलापों बारे जागरूक करने के साथ उन्हें व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाता है.

कार्यक्रम के तहत सिरमौर जिला के पच्छाद तहसील के सराहां वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल में एक औषधीय पौधों की वाटिका बनाई गई है, जिसमें दैनिक प्रयोग के औषधीय पौधों को लगाया गया है. इस वाटिका का नाम आचार्य चरक वाटिका रखा गया है, जिसमें तुलसी, मेथी, मुलेठी, स्टीविया जैसे औषधीय पौधे लगाए गए हैं.

यहीं नहीं इस वाटिका के साथ ही एक छोटा सा पॉली हॉउस भी स्थापित किया गया है, जहां बच्चों को इनके बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है. साथ ही एक केंचुआ खाद पर आधारित संयत्र भी बनाया गया है और बच्चों को खाद बारे में भी बताया जाता है. उल्लेखनीय है कि बच्चों को इनमें से पौधे घर पर लगाने के लिए भी दिए जाते हैं, ताकि वो अपने अपने घरों में भी औषधीय पौधों को उगायें और इनका महत्व समझ सके.

रोहित वर्मा, प्रधानाचार्य, वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल सराहां

स्कूल के प्रधानाचार्य रोहित वर्मा ने बताया कि स्कूल में औषधीय पौधों के महत्व बारे जानकारी देने हेतु स्कूल परिसर में वाटिका बनाई गई है, ताकि बच्चे इन पौधों के गुणों के साथ साथ इनकी उपयोगिता भी जान पाएं.

अध्यापक, वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल सराहां

वहीं वाटिका प्रभारी ने बताया कि इस वाटिका में इस क्षेत्र में पाए जाने वाले पौधों को लगाया गया है ओर सभी बच्चों को इनके औषधीय गुणों बारे बताया जाता है और इसकी देखरेख भी बच्चे ही करते हैं.

अध्यापक, वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल सराहां

स्कूल के विज्ञान अध्यापक ने बताया कि वाटिका में बच्चों को पौधों को उगाने से लेकर उनके गुणों बारे व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाता है और साथ ही केंचुआ खादऔर पॉली हाउस के बारे में भी जानकारी दी जाती है.
कुल मिलाकर सराहां स्कूल की इस वाटिका से जहां स्कूली बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं, वहीं उनकी इस विज्ञान में रूचि भी बढ़ रही है.

नाहनः भारत सरकार ने स्कूली बच्चों में विज्ञान के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय आविष्कार अभियान शुरू किया है. इसके अंतर्गत बच्चों को अनेकों वैज्ञानिक क्रियाकलापों बारे जागरूक करने के साथ उन्हें व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाता है.

कार्यक्रम के तहत सिरमौर जिला के पच्छाद तहसील के सराहां वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल में एक औषधीय पौधों की वाटिका बनाई गई है, जिसमें दैनिक प्रयोग के औषधीय पौधों को लगाया गया है. इस वाटिका का नाम आचार्य चरक वाटिका रखा गया है, जिसमें तुलसी, मेथी, मुलेठी, स्टीविया जैसे औषधीय पौधे लगाए गए हैं.

यहीं नहीं इस वाटिका के साथ ही एक छोटा सा पॉली हॉउस भी स्थापित किया गया है, जहां बच्चों को इनके बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है. साथ ही एक केंचुआ खाद पर आधारित संयत्र भी बनाया गया है और बच्चों को खाद बारे में भी बताया जाता है. उल्लेखनीय है कि बच्चों को इनमें से पौधे घर पर लगाने के लिए भी दिए जाते हैं, ताकि वो अपने अपने घरों में भी औषधीय पौधों को उगायें और इनका महत्व समझ सके.

रोहित वर्मा, प्रधानाचार्य, वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल सराहां

स्कूल के प्रधानाचार्य रोहित वर्मा ने बताया कि स्कूल में औषधीय पौधों के महत्व बारे जानकारी देने हेतु स्कूल परिसर में वाटिका बनाई गई है, ताकि बच्चे इन पौधों के गुणों के साथ साथ इनकी उपयोगिता भी जान पाएं.

अध्यापक, वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल सराहां

वहीं वाटिका प्रभारी ने बताया कि इस वाटिका में इस क्षेत्र में पाए जाने वाले पौधों को लगाया गया है ओर सभी बच्चों को इनके औषधीय गुणों बारे बताया जाता है और इसकी देखरेख भी बच्चे ही करते हैं.

अध्यापक, वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल सराहां

स्कूल के विज्ञान अध्यापक ने बताया कि वाटिका में बच्चों को पौधों को उगाने से लेकर उनके गुणों बारे व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाता है और साथ ही केंचुआ खादऔर पॉली हाउस के बारे में भी जानकारी दी जाती है.
कुल मिलाकर सराहां स्कूल की इस वाटिका से जहां स्कूली बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं, वहीं उनकी इस विज्ञान में रूचि भी बढ़ रही है.

Intro:-औषधीय पौधों के साथ-साथ पोली हॉउस व केंचुआ खाद की भी दी जा रही जानकारी 
नाहन। भारत सरकार ने स्कूली बच्चों में विज्ञान के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय अविष्कार अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत बच्चों को अनेकों वैज्ञानिक क्रियाक्लापों बारे जागरूक करने के साथ उन्हें व्यवहारिक रूप में भी बताया जाता है।



Body:इसी के तहत सिरमौर जिला के पच्छाद तहसील के सराहां वरिष्ठ कन्या माध्यमिक स्कूल में एक औषधीय पौधों की वाटिका बनाई गई है, जिसमें दैनिक प्रयोग के औषधीय पौधों को लगाया गया है। इस वाटिका का नाम आचार्य चरक वाटिका रखा गया है, जिसमें तुलसी, मेथी, मुलेठी, स्टीविया जैसे औषधीय पौधे लगाए गए हैं। यहीं नहीं इस वाटिका साथ ही एक छोटा सा पोली हॉउस भी स्थापत किया गया है, जहां बच्चों को इनके बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है। साथ ही एक केंचुआ खाद पर आधारित संयत्र भी बनाया गया है और बच्चों को खाद बारे भी बताया जाता है। उल्लेखनीय है कि बच्चों को इनमें से पौधे घर लगाने को भी दिए जाते हैं, ताकि वो अपने अपने घरों में भी औषधीय पौधों को उगाये व इनका महत्व समझ सके। 

बाइट : उधर स्कूल के प्रधानाचार्य रोहित वर्मा ने बताया कि स्कूल में औषधीय पौधों के महत्व बारे जानकारी देने हेतु स्कूल परिसर में वाटिका बनाई गई है, ताकि बच्चे इन पौधों के गुणों के साथ साथ इनकी उपयोगिता भी जान पाएं। 

बाइट : वहीं वाटिका प्रभारी ने बताया कि इस वाटिका में इस क्षेत्र में पाए जाने वाले पौधों को लगाया गया है ओर सभी बच्चों को इनके औषधीय गुणों बारे बताया जाता है और इसकी देखरेख भी बच्चे ही करते हैं। 

बाइट : उधर स्कूल के विज्ञान अध्यापक ने बताया कि वाटिका में बच्चों को पौधों को उगाने  से लेकर उनके गुणों बारे व्यवहारिक तोर पर बताया जाता है और साथ ही केंचुआ खाद बारे व पोली हाउस बारे भी जानकारी दी जाती है। 


Conclusion:कुल मिलाकर सराहां स्कूल की इस वाटिका से जहां स्कूली बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं, वहीं उनकी इस विज्ञान में रूचि भी बढ़ रही है। 
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