नाहन: सिरमौर जिले के नाहन विधानसभा क्षेत्र (Nahan Assembly Constituency) की दूरदराज और पिछड़ा माने जाने वाली मात्तर पंचायत को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए सरकार प्रयासरत है. एक ओर जहां हरियाणा व हिमाचल सरकार के सामुहिक प्रयासों से यहां सरस्वती नदी पर प्रस्तावित आदि बद्री डैम को निर्माण किया जाना है, तो वहीं क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से और विकसित करने के लिए हिमाचल की जयराम सरकार ने भी एक ओर कदम बढ़ाया है.
मात्तर पंचायत के तहत आने वाले प्राचीन माता मंत्रा मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण और जन सुविधाओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन विभाग की 'नई मंजिल नई राहें योजना' के तहत 75 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई है. इस राशि को केवल मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण व जनसुविधाएं जुटाने के लिए ही व्यय किया जाएगा. योजना के तहत मिली इस राशि से सौंदर्यीकरण के तहत जहां मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए टॉयलेट्स तैयार किए जाएंगे, तो घने जंगलों के बीच श्रद्धालुओं के आराम के लिए रेस्टिंग हट्स का भी निर्माण किया जाएगा.
इसके साथ ही पर्यटकों के बैठने के लिए बेंचों की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके अलावा वहीं आकर्षक लाइट्स (beautification of Mantra Mata temple complex) भी लगाई जाएंगी. पीने के पानी की भी सुविधा उपलब्ध होगी. पर्यटन विभाग के मुताबिक आगामी 6 से 8 महीने के भीतर इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा.
प्राचीन है मंत्रा माता का मंदिर: दरअसल मंत्रा माता मंदिर सिरमौर जनपद का सबसे प्राचीन मंदिर (famous temple of himachal) है. बद्री नारायण भगवान ने आदि बद्री में तपस्या की और तत्पश्चात मंत्र सिद्धि से माता को प्रकट करते हुए यज्ञ पूर्ण किया गया. मान्यता के अनुसार उसी समय से मंत्रा माता के नाम से यह स्थान विख्यात है. इसी पवित्र स्थान से सरस्वती नदी का उदगम स्थल माना जाता है, जो भारतीय संस्कृति की जन्मस्थली रही है.
मंदिर के रास्ते का पुननिर्माण कार्य जोरों पर: मंत्रा माता मंदिर के रास्ते का पुननिर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है. उम्मीद है कि 30 लाख रुपये की लागत से अति शीघ्र इस कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा. इससे पहले यहां पहुंचने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. ऐसे में रास्ते का पुननिर्माण होने से आसानी से अब लोग मंदिर तक पहुंच सकेंगे.
आदि बद्री डैम से भी लगेंगे पर्यटन को पंख: मात्तर पंचायत में ही हिमाचल व हरियाणा सरकार के सामुहिक प्रयासों से एक आदि बद्री डैम का निर्माण (Adi Badri Dam in simaur) किया जाने वाला है, जिस पर लगभग 265 करोड़ रुपये व्यय का अनुमान है. इसके लिए हरियाणा और हिमाचल सरकार के मध्य हाल ही में एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं. इस डैम निर्माण का खर्च हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. डैम बनने से सरस्वती नदी के प्रवाह को नियमित करने में मदद मिलेगी, तो वहीं हिमाचल के मात्तर भेड़ों क्षेत्र में टूरिज्म का विकास भी होगा.
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