नाहन: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने अपने दो दिवसीय नाहन प्रवास के दौरान डीसी कार्यालय के बचत भवन में डॉ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज की रोगी कल्याण प्रशासकीय समिति के साथ बैठक की. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने रोगी कल्याण समिति के कार्यों की समीक्षा की और मेडिकल काॅलेज प्रबंधन को पाई गई कमियों को जल्द से जल्द दुरूस्त करने के निर्देश जारी किए.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को घर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्प है. रोगी कल्याण प्रशासकीय समिति ने वित वर्ष 2020-2021 के लिए 17 करोड़ 78 लाख 41 हजार रुपये का बजट प्रस्तावित किया है, जबकि वित्त वर्ष 2019-2020 के लिए 14 करोड़ 43 लाख रुपये का बजट अनुमोदन किया गया था. उन्होंने कहा कि बैठक में कुछ महत्वपूर्ण पद भरने का फैसला लिया गया है और मीटिंग में कुछ ऐसे निर्णय सामने आए हैं, जो रोगी कल्याण समिति के स्तर पर नहीं हो सकते, क्योंकि ये फैसले सरकार के स्तर पर होंगे.
डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि नाहन मेडिकल काॅलेज में सीटी स्कैन की मशीन लगनी है, इसलिए सरकार के सामने इस मुद्दे को उठा जाएगा. उन्होंने कहा कि बैठक में गैर सरकारी समिति के सदस्यों की तरफ से सुझाव के साथ-साथ कुछ खामियों को भी उठाया गया है, जिससे मेडिकल काॅलेज प्रबंधन को दुरूस्त करने के लिए मेडिकल काॅलेज प्रबंधन को निर्देश दिए गए है.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने अढाई साल के कार्यकाल के दौरान लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने के लिए 1400 डॉक्टरों की नियुक्ति की है. साथ ही हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर है.
ये भी पढ़ें: रिकांगपिओ में मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा ने फहराया तिंरगा, ITBT के जवानों ने दी सलामी