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शिक्षा मंत्री से स्कूलों की खस्ता हालत पर पूछा सवाल? पूर्व की वीरभद्र सरकार को ठहराया जिम्मेदार

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Published : Sep 15, 2019, 9:45 PM IST

सिरमौर के दूरदराज स्कूलों के छात्र आज भी खुले आसमान तले पढ़ने को मजबूर, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इसका ठिकरा पिछली सरकारों पर फोड़ा.

सिरमौर के स्कूल सुविधाओं से महफूज

सिरमौर: शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने फिर उठाया मुख्यमंत्री वीरभद्र पर सबाल कहा पूर्व सरकार ने बिना प्लानिंग के कई विद्यालय और कॉलेज तो खोले लेकिन सुविधाएं देना भूल गए.

मामला नघेता का है, जब पत्रकारों ने शिक्षा मंत्री से पछा कि बच्चों के खुले आसमान तले बैठने की वजाह कया है और स्कूलों में कमरे ना होने के कारण बच्चे बाहर बैठने को मजबूर कयों हैं. सुरेश भारद्वाज ने इस समस्या का सीधा निशाना पिछली सरकार पर लगाया. मंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार ने बिना किसी प्लानिंग के कई स्कूल और कॉलेज खोल दिए थे लेकिन हमारी सरकार स्कूलों में हर प्रकार की सुविधाएं पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है.

वीडिये.

आपको बता दें, कि जिला सिरमौर कि कई स्कूल ऐसे हैं जहां पर स्कूलों में भवनों की कमी के कारण बच्चों को खुले आसमान के नीचे बैठना पड़ता है. बारिश के मौसम में एक कमरे में तीन से चार क्लासें एक साथ बिठाई जा रही हैं.

सिरमौर: शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने फिर उठाया मुख्यमंत्री वीरभद्र पर सबाल कहा पूर्व सरकार ने बिना प्लानिंग के कई विद्यालय और कॉलेज तो खोले लेकिन सुविधाएं देना भूल गए.

मामला नघेता का है, जब पत्रकारों ने शिक्षा मंत्री से पछा कि बच्चों के खुले आसमान तले बैठने की वजाह कया है और स्कूलों में कमरे ना होने के कारण बच्चे बाहर बैठने को मजबूर कयों हैं. सुरेश भारद्वाज ने इस समस्या का सीधा निशाना पिछली सरकार पर लगाया. मंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार ने बिना किसी प्लानिंग के कई स्कूल और कॉलेज खोल दिए थे लेकिन हमारी सरकार स्कूलों में हर प्रकार की सुविधाएं पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है.

वीडिये.

आपको बता दें, कि जिला सिरमौर कि कई स्कूल ऐसे हैं जहां पर स्कूलों में भवनों की कमी के कारण बच्चों को खुले आसमान के नीचे बैठना पड़ता है. बारिश के मौसम में एक कमरे में तीन से चार क्लासें एक साथ बिठाई जा रही हैं.

Intro:शिक्षा मंत्री ने फिर उठाया मुख्यमंत्री वीरभद्र को जिम्मेवार आखिर क्यों पूर्व सरकार ने बिना प्लानिंग के कई विद्यालय और कॉलेज खोल दिए लेकिन सुविधाएं देना भूल गए



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मामला नघेता का है जब पत्रकारों द्वारा शिक्षा मंत्री से बच्चों के खुले आसमान के नीचे बैठने के बारे में पूछा गया कि स्कूलों में कमरे ना होने के कारण कई स्कूलों के बच्चे बाहर बैठने को मजबूर है तो उनके जवाब में मंत्री इसका सीधा निशाना पिछली सरकार को जिम्मेदार ठहराया कहा कि पूर्व सरकार ने बिना किसी प्लानिंग के कई स्कूल और कॉलेज खोल दिए पर हमारी सरकार स्कूलों में हर प्रकार की सुविधाएं पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है


आपको बता दें कि जिला सिरमौर कि कई स्कूल ऐसे हैं जहां पर स्कूलों में भवन की कमी के कारण बच्चों को खुले आसमान के नीचे बैठना पड़ता है बारिश के मौसम में भी एक कमरे में तीन चार क्लास एक साथ बिठाई जा रही है।


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