पावंटा साहिब: डीएसपी सोमदत्त ने पांवटा साहिब उपमंडल के अंतर्गत आने वाले दुर्गम क्षेत्रों के साथ लगती सभी अंर्तराज्य सीमाओं का निरीक्षण किया. इस दौरान हिमाचल लौट रहे लोगों की पहचान के लिए एक नई मुहिम की शुरुआत की. डीएसपी ने हिमाचल के प्रवेश द्वारों में कोरोना ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों को बाहरी राज्यों से लौट रहे लोगों की पहचान के लिए उंगली पर पक्की स्याही का निशान लगाने के निर्देश दिये.
डीएसपी के निर्देशों के अनुसार अब हिमाचल लौटने वाले लोगों की उंगली पर चुनाव के दौरान मतदाताओं के लिए इस्तेमाल होने वाली स्याही से निशान लगाया जाएगा. हिमाचल प्रदेश की सीमाओं में आने वाले लोगों को स्वास्थ्य जांच के बाद चिकित्सा अधिकारियों द्वारा होम क्वारंटाइन या इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर भेजा जाता था.
इसके बाद कुछ स्थानों में प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन किये गए घर के बाहर चेतावनी सुचना वाला एक पोस्टर लगाया जाता है, लेकिन क्वारंटाइन किये गए व्यक्ति की पहचान के लिए अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया गया था. जिसके चलते क्वारंटाइन नियमों की अवहेलना के कई मामले सामने आ रहे थे.
ऐसे में क्वारंटाइन किये गए लोगों की पहचान के लिए सिरमौर पुलिस द्वारा ये नया तरीका अपनाया गया है. डीएसपी की इस शुरुआत से हाथों में स्याही के निशान को देखकर ये आसानी से पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति को प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन किया गया है, जिससे लोगों के साथ-साथ प्रशासन को भी ऐसे लोगों पर नकेल कसने में आसानी होगी.
डीएसपी सोमदत्त ने जनता से अपील करते हुए कहा कि कर्फ्यू में ढील के दौरान आवश्यकता पड़ने पर परिवार का एक ही सदस्य घर से बाहर आये. उन्होंने सभी लोगों से खरीददारी के लिए वाहन न लाने की अपील भी की.
आपको बता दें कि की हिमाचल प्रदेश के सभी पुलिस उपमंडलों में पांवटा साहिब ही ऐसा उपमंडल है जहां उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सहित हरियाणा की तीन राज्यों की अंर्तराज्य सीमाएं साथ लगती हैं. ऐसे में पुलिस उपमंडल अधिकारी सोमदत्त की ये पहल कोरोना महामारी से हिमाचल प्रदेश को सुरक्षित रखने में अहम मानी जा रही है.