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इंडियन टेक्नोमेक बहुचर्चित महाघोटाला: हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक जांच के बाद तय होंगे आरोप - signature of forensic report

बहुचर्चित इंडियन टेक्नोमेक महाघोटाले के मामले में सोमवार को नाहन की विशेष अदालत में सुनवाई, अदालत ने कहा कि हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद तय होंगे आरोप.

इंडियन टेक्नोमेक बहुचर्चित महाघोटाला: हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद तय होंगे आरोप
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Published : Sep 16, 2019, 9:38 PM IST

नाहन: हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित इंडियन टेक्नोमेक महाघोटाले मामले में सोमवार को नाहन की विशेष अदालत में सुनवाई हुई. अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए एफएसएस द्वारा कंपनी के अधिकारियों के हस्ताक्षर की रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं. सुनवाई के दौरान CID के द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी 19 आरोपी अदालत में मौजूद रहे.

बता दें कि एफएसएल ने फर्जी आरटीजीएस और कर चोरी के मामलों में कंपनी के अधिकारियों के हस्ताक्षरों के नमूने लिए थे. इसी रिपोर्ट को अदालत ने 2 नवंबर को पेश करने के आदेश दिए है. माना जा रहा है कि हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर ही आरोप तय होंगे. CID के एसपी संदीप धवल ने पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले की अगली सुनवाई 2 नवंबर को होगी.

इंडियन टेक्नोमेक कंपनी ने वर्ष 2008 से 2014 तक प्रदेश सरकार को कर चोरी में 2100 करोड रुपए और 11 विभागों को 6000 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया है. जिसमें CID और ED द्वारा अलग-अलग मामले दर्ज करके जांच की जा रही है.

नाहन: हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित इंडियन टेक्नोमेक महाघोटाले मामले में सोमवार को नाहन की विशेष अदालत में सुनवाई हुई. अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए एफएसएस द्वारा कंपनी के अधिकारियों के हस्ताक्षर की रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं. सुनवाई के दौरान CID के द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी 19 आरोपी अदालत में मौजूद रहे.

बता दें कि एफएसएल ने फर्जी आरटीजीएस और कर चोरी के मामलों में कंपनी के अधिकारियों के हस्ताक्षरों के नमूने लिए थे. इसी रिपोर्ट को अदालत ने 2 नवंबर को पेश करने के आदेश दिए है. माना जा रहा है कि हस्ताक्षरों की फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर ही आरोप तय होंगे. CID के एसपी संदीप धवल ने पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले की अगली सुनवाई 2 नवंबर को होगी.

इंडियन टेक्नोमेक कंपनी ने वर्ष 2008 से 2014 तक प्रदेश सरकार को कर चोरी में 2100 करोड रुपए और 11 विभागों को 6000 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया है. जिसमें CID और ED द्वारा अलग-अलग मामले दर्ज करके जांच की जा रही है.

Intro:-नाहन की विशेष अदालत में हुई सुनवाई, 19 आरोपी भी रहे मौजूद
नाहन। हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित इंडियन टेक्नोमेक महाघोटाले के मामले में सोमवार को नाहन की विशेष अदालत में सुनवाई हुई। अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए एफएसएस द्वारा कंपनी के अधिकारियों के हस्ताक्षर की रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए है। मामले की अगली सुनवाई 2 नवंबर को होगी। आज सुनवाई के दौरान अहम बात यह भी रही है कि सीआईडी द्वारा अब तक गिरफ्तार किए गए सभी 19 आरोपी भी अदालत में मौजूद रहे। Body:बता दें कि एफएसएल द्वारा फर्जी आरटीजीएस व कर चोरी के मामलों में कंपनी के अधिकारियों के हस्ताक्षर के नमूने लिए थे। इसी रिपोर्ट को अदालत ने 2 नवंबर को पेश करने के आदेश दिए है। माना जा रहा है कि हस्ताक्षरों की फाॅरेसिंक रिपोर्ट के आधार पर ही आरोप तय होंगे। उधर पूछे जाने पर सीआईडी के एसपी संदीप धवल ने पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले की अगली सुनवाई 2 नवंबर को होगी। गौरतलब है कि इंडियन टेक्नोमेक कंपनी द्वारा वर्ष 2008 से 2014 तक प्रदेश सरकार को कर चोरी में 2100 करोड रुपए और 11 विभागों को 6000 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाया है, जिसमें सीआईडी व प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अलग-अलग मामले दर्ज कर जांच की जा रही है।
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