नाहन: तीन राज्यों की सीमाओं के साथ सटे सिरमौर जिले में अब अवैध खनन माफिया की खैर नहीं. जिला पुलिस अब न केवल अवैध खनन पर बल्कि रेत-बजरी व पत्थरों की अवैध डंपिंग पर भी ड्रोन कैमरों से नजर रख रही है. इसके लिए जिले में विशेष अभियान चलाया गया है. दरअसल सिरमौर जिले की 225 किलोमीटर की सीमाओं में से 223 किलोमीटर का क्षेत्र उत्तराखंड व हरियाणा के साथ लगता है. जबकि शेष 2 किलोमीटर की सीमा उत्तर प्रदेश को भी छूती है. लिहाजा हर लिहाज से यह जिला संवेदनशील श्रेणी में आ जाता है. (Illegal mining in Sirmaur Caught with drone camera)
यही वजह है कि जिले में अवैध खनन के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में खनन माफिया पर नजर रखने के लिए अब पुलिस ड्रोन कैमरों की मदद से आसमान से नजर रख रही है. एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि जिला पुलिस ने खनन विभाग के साथ मिलकर एक विशेष अभियान चलाया है. इस अभियान के तहत ड्रोन कैमरों की मदद से उन क्षेत्रों को चिन्हित किया जा रहा है, जहां पर अवैध खनन की शिकायतें ज्यादा हैं. इसके साथ-साथ रेत-बजरी, पत्थर व अन्य की अवैध रूप से की गई डंपिंग पर भी ड्रोन से नजर रखी जा रही है.
एसपी ने बताया कि इसी के तहत हाल ही में पुरूवाला पुलिस थाना टीम ने चालान का एक विशेष अभियान चलाया. इस दौरान करीब साढ़े 3 से 4 लाख रुपये का जुर्माना भी वसूल किया गया है. साथ ही माइनिंग एक्ट के 23 चालान भी किए हैं. इसके अलावा अवैध रूप से रेत-बजरी की डंपिंग के मामलों में ड्रोन कैमरों की मदद से उपमंडल पांवटा साहिब में दो मामले भी पुलिस थाना में दर्ज किए गए. एसपी ने बताया कि जिला के अन्य थानों क्षेत्रों को भी निर्देश दिए गए है कि इस अभियान के तहत वह भी ड्रोन कैमरों का प्रयोग करें. कुल मिलाकर जिला पुलिस अवैध खनन पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए प्रयासरत हैं. देखना यह होगा कि पुलिस को इस दिशा में कितनी मदद मिलती है. (llegal mining in Sirmaur) (Illegal mining in himachal)
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