पांवटा साहिब: कोरोना संक्रमण का खतरा सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों को भी लगातार प्रभावित कर रही है. गुरु नगरी पांवटा साहिब में इस बार गुरु नानक जी के प्रकाशोत्सव पर नगर कीर्तन सहित कोई भी बड़े आयोजन नहीं होंगे. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पांवटा साहिब ने बताया की कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इस साल 551वां प्रकाशोत्सव नहीं किया जाए.
551वें प्रकाश पर्व पर कार्यक्रम
बता दें कि गुरु नानक देव के 551वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष पर 28 नवंबर से गुरुद्वारा में कार्यक्रम आरंभ हो गया. उस दिन से श्रद्धालुओं द्वारा तीन अखंड पाठ शुरू की गई जो भोग के साथ 30 नवंबर को सुबह 6:00 बजे तक संपन्न होंगे. 29 नवंबर को नगर कीर्तन नहीं होगा रात के समय कवि दरबार सजेगा और कई कवि यहां पर पहुंचेंगे. 30 नवंबर को प्रमुख कार्यक्रम होंगे. गुरुदेव का प्रकाशोत्सव इसी तारीख का है.
गुरुद्वारा में किए गए हैं विशेष इंतजाम
भले ही ऐतिहासिक गुरुद्वारा को दुल्हन की तरह सजा दिया है श्रद्धालुओं के लिए गुरुद्वारा के अंदर हर तरह का पुख्ता इंतजाम रखा गया है खान-पान से लेकर रहन-सहन तक सुविधाएं मुहिम करवाई गई है. प्रकाशोत्सव पर पांवटा साहिब में लाखों लोग शीश नवा देने के लिए पहुंचे थे.
कोरोना वायरस के चलते कार्यक्रम प्रभावित
वहीं, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान ने बताया कि गुरु पर्व पर हर वर्ष लाखों संगति यहां पर पहुंची थी गुरुद्वारा पांवटा साहिब को सुंदरता को चार चांद लगाने के लिए कमेटी द्वारा बहुत कोशिश की गई है लेकिन गुरु पर्व की रौनक कोरोना वायरस ने फीकी कर दी है.
गुरुपर्व पर छोटे स्तर पर कार्यक्रम
सरकार के दिशा निर्देशों के बाद पांवटा साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने यह फैसला लिया है कि गुरु नानक देव के 551वें प्रकाशोत्सव पर श्रद्धालु सिर्फ गुरु महाराज के स्वरूप गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन कर पाएंगे और माथा टेक कर अरदास कर पाएंगे. गुरुद्वारा में पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए पिछले कई महीनों से सेंटर मशीन लगाई गई है. प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की गाइडलाइन को मद्देनजर रखते हुए छोटे आयोजन के साथ गुरुद्वारा में गुरु पर्व मनाया जाएगा.
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