सिरमौर: सिरमौर के ट्रांस गिरी क्षेत्र में लहसुन की पैदावार में इस बार बढ़ोतरी हुई है, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है. हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में सबसे ज्यादा लहसुन की पैदावार होती है. पिछले वर्ष कम बारिश होने की वजह से पैदावार भी कम हुई थी. लॉकडाउन के चलते लहसुन को समय पर किसान मंडियों तक नहीं पहुंचा पाए थे.
किसानों को लहसुन के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद
स्थानीय महिला किसान विनीता देवी ने बताया कि पिछले वर्ष लहसुन के पत्तों में पीलापन और जड़ में कीड़ा लगने से फसल खराब हो हो गई थी, लेकिन इस बार फसल अच्छी हुई है. उन्होंने कहा कि हर वर्ष लहसुन के दाम अच्छे मिलते हैं इसी वजह से यहां अधिकतर किसान लहसुन की खेती करते हैं, लेकिन पिछले तीन सालों से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार किसानों ने सप्रे करके फसलों में कोई रोग नहीं लगने दिया.
समय पर बारिश किसानों के लिए बनी फायदेमंद
वहीं, एक स्थानीय किसान ने बताया कि लहसुन की फसल को देखकर लग रहा है कि इस बार पैदावार में काफी बढ़ोतरी हुई है. समय-समय पर बारिश किसानों के लिए फायदेमंद रही है. उन्होंने कहा की इस बार मंडियों लहसुन के अच्छे दाम मिलने से किसानों की आय दोगुनी हो सकती है.
लहसुन की पैदावार में बढ़ोतरी किसानों के चेहरे पर लाली
कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो समुद्र तल से 4000 फुट ऊंचाई वाले क्षेत्रो में लहसुन की पैदावार अधिक होती है. सिरमौर के गिरीपार इलाके की बात की जाए तो यहां पर लहसुन की पैदावार तीन से चार गुना बढ़ती है. इस बार कृषि वैज्ञानिकों की टीम कई किसानों के साथ संपर्क बनाए हुए थी, जिसके चलते फसल अच्छी हुई है. उन्होंने कहा कि मैदानी इलाकों में यदि कोई किसान लहसुन की खेती करना चाहता है तो पतली गुटी वाले लहसुन की पैदावार करनी चाहिए.
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