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सिरमौर दौरे पर पहुंचे DGP संजय कुंडू, कहा- चीन सीमा पर बसे हिमाचल के गांव सुरक्षित

हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर सिरमौर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने चीन सीमा पर बसे हिमाचल के 40 गांवों की सुरक्षा, प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे नशाखोरी और तस्करी समेत कई मुद्दों पर मीडिया से बातचीत की. इसके अलावा डीजीपी ने जिला मुख्यालय नाहन में पुलिस विभाग के नवनिर्मित कॉन्फ्रेंस हाॅल का शुभारंभ किया.

NAHAN
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Published : Jun 18, 2021, 9:28 PM IST

नाहन: हिमाचल पुलिस के डीजीपी संजय कुंडू शुक्रवार शाम को सिरमौर दौरे पर पहुंचे, जहां एसपी सिरमौर डॉ. केसी शर्मा के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. साथ ही, जिले की स्थिति से भी अवगत करवाया. डीजीपी जिला मुख्यालय नाहन में पुलिस विभाग के नवनिर्मित कॉन्फ्रेंस हाॅल का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने चीन सीमा पर बसे गांवों की सुरक्षा, प्रदेश में नशे के मामले समेत कई मुद्दों पर पत्रकारों से चर्चा की.

चीन सीमा पर बसे हिमाचल के 48 गांव सुरक्षित

डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि चीन की सीमा पर बसे हिमाचल के 48 गांवों को कोई खतरा नहीं है. वे पूरी तरह सुरक्षित हैं. पिछले साल गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच हुई मुठभेड़ के बाद सूबे के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय सीमा पर बसे गांव में रहने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए थे. इसके बाद प्रदेश के 10 यंग आईपीएस अधिकारियों को इन गांवों में कुछ दिन रहने के लिए भेजा गया. इन अधिकारियों से मिले फीडबैक को गृह और विदेश मंत्रालय को भेजा गया था.

नशाखोरों पर नकेल कर कस रही हिमाचल पुलिस

प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे नशाखोरी और तस्करी के मामलों पर डीजीपी कुंडू ने कहा कि पुलिस युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव को लेकर जागरूक कर रही है. साथ ही, नशाखोरी में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई में अंजाम दे रही है. प्रदेश में अबतक 19 मामलों में करीब 11 करोड़ की संपत्ति को सीज किया गया है. नशे का गढ़ माने जाने वाले कुल्लू जिले में पुलिस ड्रोन की मदद से चरस की खेती का पता लगाकर उन्हें नष्ट करेगी.

वीडियो.

कॉन्फ्रेंस हॉल का किया शुभारंभ

डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पारंपरिक पुलिसिंग के साथ-साथ वर्तमान में सूचना एवं प्रोद्यौगिकी पुलिस के लिए अहम कड़ी साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि जुर्म को रोकने और अपराधियों की धर पकड़ के लिए आज सीसीटीवी फुटेज मददगार साबित हो रही है. हिमाचल पुलिस के पास वर्तमान में 19 हजार सीसीटीवी कैमरे हैं, जोकि नाकाफी हैं. डीजीपी ने कहा कि पूरे राज्य में पुलिस को 70 हजार सीसीटीवी कैमरों की दरकार है.

ड्रोन से कानून व्यवस्था को मिली मदद

ड्रोन के इस्तेमाल से कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिली है. कोरोना काल में ड्रोन ने बेहतर काम किया है. बड़े जिलों में जहां जवानों का तत्काल पहुंचना संभव नहीं है, वहां निगरानी के लिए ड्रोन मजबूत विकल्प साबित हुआ है. सरकार को प्रपोजल भेजा गया है कि हर पुलिस स्टेशन में एक ड्रोन उपलब्ध करवाया जाए.

पुलिस व्यवहार के खिलाफ शिकायतों में कमी

पुलिस के व्यवहार के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों में भी अब कमी आई है, जो 16 फीसदी से घटकर 10 फीसदी रह गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पुलिस अधिकारी जवानों ने बिना रुके बिना थके काम कर रहे हैं, जो बधाई के पात्र हैं. इस दौरान डीजीपी ने नाहन में पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी आयोजित की और जिला पुलिस को अपराध की रोकथाम के लिए उचित दिशा निर्देश भी जारी किए.

ये भी पढ़ें- 25 जून से डेंटल कॉलेज में शुरू होंगी कक्षाएं, 28 जून से शुरू होगी परीक्षा

नाहन: हिमाचल पुलिस के डीजीपी संजय कुंडू शुक्रवार शाम को सिरमौर दौरे पर पहुंचे, जहां एसपी सिरमौर डॉ. केसी शर्मा के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों ने उनका स्वागत किया. साथ ही, जिले की स्थिति से भी अवगत करवाया. डीजीपी जिला मुख्यालय नाहन में पुलिस विभाग के नवनिर्मित कॉन्फ्रेंस हाॅल का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने चीन सीमा पर बसे गांवों की सुरक्षा, प्रदेश में नशे के मामले समेत कई मुद्दों पर पत्रकारों से चर्चा की.

चीन सीमा पर बसे हिमाचल के 48 गांव सुरक्षित

डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि चीन की सीमा पर बसे हिमाचल के 48 गांवों को कोई खतरा नहीं है. वे पूरी तरह सुरक्षित हैं. पिछले साल गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच हुई मुठभेड़ के बाद सूबे के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय सीमा पर बसे गांव में रहने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए थे. इसके बाद प्रदेश के 10 यंग आईपीएस अधिकारियों को इन गांवों में कुछ दिन रहने के लिए भेजा गया. इन अधिकारियों से मिले फीडबैक को गृह और विदेश मंत्रालय को भेजा गया था.

नशाखोरों पर नकेल कर कस रही हिमाचल पुलिस

प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे नशाखोरी और तस्करी के मामलों पर डीजीपी कुंडू ने कहा कि पुलिस युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव को लेकर जागरूक कर रही है. साथ ही, नशाखोरी में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई में अंजाम दे रही है. प्रदेश में अबतक 19 मामलों में करीब 11 करोड़ की संपत्ति को सीज किया गया है. नशे का गढ़ माने जाने वाले कुल्लू जिले में पुलिस ड्रोन की मदद से चरस की खेती का पता लगाकर उन्हें नष्ट करेगी.

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कॉन्फ्रेंस हॉल का किया शुभारंभ

डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पारंपरिक पुलिसिंग के साथ-साथ वर्तमान में सूचना एवं प्रोद्यौगिकी पुलिस के लिए अहम कड़ी साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि जुर्म को रोकने और अपराधियों की धर पकड़ के लिए आज सीसीटीवी फुटेज मददगार साबित हो रही है. हिमाचल पुलिस के पास वर्तमान में 19 हजार सीसीटीवी कैमरे हैं, जोकि नाकाफी हैं. डीजीपी ने कहा कि पूरे राज्य में पुलिस को 70 हजार सीसीटीवी कैमरों की दरकार है.

ड्रोन से कानून व्यवस्था को मिली मदद

ड्रोन के इस्तेमाल से कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिली है. कोरोना काल में ड्रोन ने बेहतर काम किया है. बड़े जिलों में जहां जवानों का तत्काल पहुंचना संभव नहीं है, वहां निगरानी के लिए ड्रोन मजबूत विकल्प साबित हुआ है. सरकार को प्रपोजल भेजा गया है कि हर पुलिस स्टेशन में एक ड्रोन उपलब्ध करवाया जाए.

पुलिस व्यवहार के खिलाफ शिकायतों में कमी

पुलिस के व्यवहार के खिलाफ मिलने वाली शिकायतों में भी अब कमी आई है, जो 16 फीसदी से घटकर 10 फीसदी रह गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पुलिस अधिकारी जवानों ने बिना रुके बिना थके काम कर रहे हैं, जो बधाई के पात्र हैं. इस दौरान डीजीपी ने नाहन में पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी आयोजित की और जिला पुलिस को अपराध की रोकथाम के लिए उचित दिशा निर्देश भी जारी किए.

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