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पांवटा साहिब के गुड़ की खुशबू के मुरीद हुए विदेशी, फायदे जान हो जाएंगे हैरान

बिना मिलावट और स्वादिष्ट गुड़ के लिए पांवटा साहिब देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में फेमस है. यहां के गन्ने से बनी गुड़ की महक विदेशों तक पहुंचती है. इस बार भी गुड़ के बढ़ते डिमांड से मजदूरों के चेहरे पर खुशी की लहर देखने को मिल रही है. क्या है गुड़ की खासियत जानिए.. (benefits of jaggery) (Paonta Sahib jaggery)

jaggery from sugarcane in Haripur Tohana of Paonta Sahib
jaggery from sugarcane in Haripur Tohana of Paonta Sahib
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Published : Nov 28, 2022, 2:41 PM IST

पांवटा साहिब: सर्दी के मौसम का आगाज हो गया है. इसके साथ ही लोगों के बीच मीठे व्यंजनों का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. दरअसल नवंबर महीने से शुरू किए जाने वाले गुड़ का स्वाद चखने के लिए लोग काफी उत्साहित नजर आते हैं. वहीं जिला सिरमौर के पांवटा साहिब की बात की जाए तो हरिपुर टोहाना में गुड़ बनाने का कार्य शुरू हो गया है. ऐसे इन दिनों गन्ने के रस से बनने वाले गुड़ की मांग तेजी से बढ़ती दिख रही है. सर्दियों के दौरान लगभग हर घर में गन्ने के रस से बना गुड़ एक लोकप्रिय मिठाई के तौर पर देखा जाता है. (Demand for jaggery from sugarcane ) (Haripur Tohana of Paonta Sahib)

विदेशों में पांवटा साहिब के गुड़ की डिमांड: यहां तैयार किया जाने वाला गुड़ अच्छे किस्म का होता है. लिहाजा इसकी डिमांड भी जिला समेत पड़ोस के राज्यों में ज्यादा रहती है. वहीं, विदेशों में बसे लोग भी यहां से गुड़ मंगवा रहे हैं. बता दें कि पांवटा साहिब के गुड़ को इसलिए भी खास माना जाता है, क्योंकि यहां पर गन्ने के रस से तैयार होने वाले गुड़ में किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं की जाती है. इसके चलते यहां के गुड़ की विशेष मांग रहती है.

पांवटा साहिब के गुड़ की बढ़ी डिमांड

85 लोगों को मिलता है रोजगार: चरखी में काम कर रहे मजदूरों का कहना है कि लंबे समय से सभी गुड़ बनाने के काम में लगे हुए हैं. किसानों से गन्ना खरीदा जाता है और फिर उससे गुड़ और शक्कर तैयार की जाती है. पांवटा साहिब के निहालगढ़ हरिपुर टोहाना शिवपुर में गुड़ बनाने की 12 चर्खियां लगी हुई हैं. लगभग 80 से 85 लोगों को यहां रोजगार मिलता है. इसके साथ साथ 8 पंचायतों के किसानों का कई क्विंटल गन्ना यहां खरीदा जाता है.

"17 वर्षों से गुड़ बनाने का काम कर रहा हूं .यहां के किसानों से गन्ना खरीदा जाता है और गुड़ शक्कर की तैयार की जाती है. पांवटा का गुड़ हिमाचल ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों सहित विदेशों में भी लोग पसंद करते हैं." - संदीप कश्यप, मजदूर, सहारनपुर


"हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना में सबसे ज्यादा गन्ने से गुड़ बनाने का काम होता है. गुड़ इसलिए पांवटा का फेमस है क्योंकि गुड़ में किसी भी तरह की मिलावट नहीं की जाती है. गन्ने को पैदा करने के दौरान भी इसमें खाद आदि का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है जिसके चलते यहां का गुड़ स्वादिष्ट ओर फेमस है."- प्रदीप, मजदूर

गन्‍ने से बने गुड़ के फायदे: नेशनल सेन्टर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की स्टडी के मुताबिक आयरन से भरपूर होने की वजह से यह गुड़ अगर उचित मात्रा में खाया जाए तो एनीमिया जैसी बीमारी से बचा जा सकता है. इसके अलावा विटामिन और कई मिनरल्स जैसे कैल्शियम, आयरन, जिंक और फॉस्फोरस मौजूद होते हैं, इसलिए इस गुड़ को काफी फायदेमंद बताया जाता है. ये किडनी और पेट की समस्याओं को खत्‍म करने के लिए मददगार है. वजन को कंट्रोल करने के लिए भी गुड़ बहुत अच्छा होता है. अगर आप अपनी डाइट में गुड़ को शामिल करेंगे तो इससे आपके डाइजेशन में फायदा होगा.

"गन्ना एक ऐसी फसल है जिससे रस और इंधन दोनों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. गन्ना रस बनाने के काम आता है तो छिलका इंधन के रूप में इस्तेमाल होता है. गन्ने का छिलका जलने में आसान होता है जिससे मजदूरों की मेहनत भी कम लगती है."- अशोक, मजदूर

"बढ़िया क्वालिटी का यहां पर गुड़ शक्कर इत्यादि तैयार किए जाते हैं. माल अच्छा हो तो फायदा मिलता है और कम हो तो नुकसान झेलना पड़ता है लेकिन पांवटा साहिब में बने गुड़ की काफी डिमांड है. ऐसे में नुकसान बहुत कम होता है क्योंकि यहां का गुड़ अच्छे दामों पर बिकता है. पंजाब, शिमला, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से लोग गुड़ खरीदने आते हैं. गुड़ की मंडी ना होने की वजह से ग्राहकों और व्यापारियों को हरिपुर टोहाना से गुड़ खरीदना पड़ता है. पिछले वर्ष भी कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के लोग यहां गुड़ लेने के लिए पहुंचे थे."- धर्मपाल सिंह, ठेकेदार

पढ़ें- हमेशा नुकसानदायक नहीं होती हैं मिठाईयां

पांवटा साहिब: सर्दी के मौसम का आगाज हो गया है. इसके साथ ही लोगों के बीच मीठे व्यंजनों का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. दरअसल नवंबर महीने से शुरू किए जाने वाले गुड़ का स्वाद चखने के लिए लोग काफी उत्साहित नजर आते हैं. वहीं जिला सिरमौर के पांवटा साहिब की बात की जाए तो हरिपुर टोहाना में गुड़ बनाने का कार्य शुरू हो गया है. ऐसे इन दिनों गन्ने के रस से बनने वाले गुड़ की मांग तेजी से बढ़ती दिख रही है. सर्दियों के दौरान लगभग हर घर में गन्ने के रस से बना गुड़ एक लोकप्रिय मिठाई के तौर पर देखा जाता है. (Demand for jaggery from sugarcane ) (Haripur Tohana of Paonta Sahib)

विदेशों में पांवटा साहिब के गुड़ की डिमांड: यहां तैयार किया जाने वाला गुड़ अच्छे किस्म का होता है. लिहाजा इसकी डिमांड भी जिला समेत पड़ोस के राज्यों में ज्यादा रहती है. वहीं, विदेशों में बसे लोग भी यहां से गुड़ मंगवा रहे हैं. बता दें कि पांवटा साहिब के गुड़ को इसलिए भी खास माना जाता है, क्योंकि यहां पर गन्ने के रस से तैयार होने वाले गुड़ में किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं की जाती है. इसके चलते यहां के गुड़ की विशेष मांग रहती है.

पांवटा साहिब के गुड़ की बढ़ी डिमांड

85 लोगों को मिलता है रोजगार: चरखी में काम कर रहे मजदूरों का कहना है कि लंबे समय से सभी गुड़ बनाने के काम में लगे हुए हैं. किसानों से गन्ना खरीदा जाता है और फिर उससे गुड़ और शक्कर तैयार की जाती है. पांवटा साहिब के निहालगढ़ हरिपुर टोहाना शिवपुर में गुड़ बनाने की 12 चर्खियां लगी हुई हैं. लगभग 80 से 85 लोगों को यहां रोजगार मिलता है. इसके साथ साथ 8 पंचायतों के किसानों का कई क्विंटल गन्ना यहां खरीदा जाता है.

"17 वर्षों से गुड़ बनाने का काम कर रहा हूं .यहां के किसानों से गन्ना खरीदा जाता है और गुड़ शक्कर की तैयार की जाती है. पांवटा का गुड़ हिमाचल ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों सहित विदेशों में भी लोग पसंद करते हैं." - संदीप कश्यप, मजदूर, सहारनपुर


"हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना में सबसे ज्यादा गन्ने से गुड़ बनाने का काम होता है. गुड़ इसलिए पांवटा का फेमस है क्योंकि गुड़ में किसी भी तरह की मिलावट नहीं की जाती है. गन्ने को पैदा करने के दौरान भी इसमें खाद आदि का इस्तेमाल बहुत कम किया जाता है जिसके चलते यहां का गुड़ स्वादिष्ट ओर फेमस है."- प्रदीप, मजदूर

गन्‍ने से बने गुड़ के फायदे: नेशनल सेन्टर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की स्टडी के मुताबिक आयरन से भरपूर होने की वजह से यह गुड़ अगर उचित मात्रा में खाया जाए तो एनीमिया जैसी बीमारी से बचा जा सकता है. इसके अलावा विटामिन और कई मिनरल्स जैसे कैल्शियम, आयरन, जिंक और फॉस्फोरस मौजूद होते हैं, इसलिए इस गुड़ को काफी फायदेमंद बताया जाता है. ये किडनी और पेट की समस्याओं को खत्‍म करने के लिए मददगार है. वजन को कंट्रोल करने के लिए भी गुड़ बहुत अच्छा होता है. अगर आप अपनी डाइट में गुड़ को शामिल करेंगे तो इससे आपके डाइजेशन में फायदा होगा.

"गन्ना एक ऐसी फसल है जिससे रस और इंधन दोनों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. गन्ना रस बनाने के काम आता है तो छिलका इंधन के रूप में इस्तेमाल होता है. गन्ने का छिलका जलने में आसान होता है जिससे मजदूरों की मेहनत भी कम लगती है."- अशोक, मजदूर

"बढ़िया क्वालिटी का यहां पर गुड़ शक्कर इत्यादि तैयार किए जाते हैं. माल अच्छा हो तो फायदा मिलता है और कम हो तो नुकसान झेलना पड़ता है लेकिन पांवटा साहिब में बने गुड़ की काफी डिमांड है. ऐसे में नुकसान बहुत कम होता है क्योंकि यहां का गुड़ अच्छे दामों पर बिकता है. पंजाब, शिमला, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से लोग गुड़ खरीदने आते हैं. गुड़ की मंडी ना होने की वजह से ग्राहकों और व्यापारियों को हरिपुर टोहाना से गुड़ खरीदना पड़ता है. पिछले वर्ष भी कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के लोग यहां गुड़ लेने के लिए पहुंचे थे."- धर्मपाल सिंह, ठेकेदार

पढ़ें- हमेशा नुकसानदायक नहीं होती हैं मिठाईयां

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