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राहुल देव ने पेश की आत्मनिर्भरता की मिसाल, पुष्प उत्पादन को लेकर विकसित किया Agro Tourism Model

हिमाचल प्रदेश में किसानों की आमदनी को दोगुना करना और ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार प्राथमिकता दे रही है. वहीं, लोग भी इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं. ऐसा ही कुछ सिरमौर जिले में राहुल देव सिंह चौहान ने पेश किया है. उन्होंने एग्रो टूरिज्म का कार्य शुरू कर अनेक प्रकार के फूलों, डेकोरेशन पौधों की खेती आधुनिक तरीके से करके अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ कर रहे हैं साथ ही और लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं. (Agro tourism in Nahan) (Computer Engineer Rahul started Agro tourism) (Rahul started Agro tourism in Nahan)

Agro tourism in Nahan
नाहन में एग्रो टूरिज्म
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Published : Nov 24, 2022, 4:09 PM IST

नाहन: किसानों की आमदनी को दोगुना करना केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है. इस दिशा में अनेक प्रयास भी किए जा रहे हैं. लोग भी खुद अब इस बात का महत्व समझने लगे हैं और कृषि में अवसर पैदा किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक उदाहरण सिरमौर जिले में राहुल देव सिंह चौहान ने पेश किया है. राहुल एक कंप्यूटर इंजीनियर हैं और बेंगलुरु में कार्यरत रहे हैं. कोविड काल में वह अपने घर आए और तभी से उन्होंने अपनी भूमि पर खुद का रोजगार सहित अन्य छोटे व सीमांत किसानों की आर्थिकी को बढ़ाने का कार्य शुरू किया. (Agro tourism in Nahan) (Computer Engineer Rahul started Agro tourism) (Rahul started Agro tourism in Nahan).

राहुल ने अपनी जमीन पर एग्रो टूरिज्म का कार्य शुरू किया और अनेक प्रकार के फूलों, डेकोरेशन पौधों की खेती आधुनिक तरीके से शुरू की और आज उनका यह एग्रो टूरिज्म एक पहचान बना रहा है. इस समय उनके साथ लगभग 7 से 8 लोग रोजगार पा रहे हैं. राहुल ने यहां पर एक एक्सपीरियंस हब भी बनाया है, जहां पर किसानों को बीज लगाने से लेकर उनकी मार्केटिंग के बारे भी बताया जा रहा है, ताकि वह किसान जिनके पास कम भूमि है, वो लोग भी रोजगार के लिए न भटके बल्कि खुद का स्वरोजगार पैदा कर सकें. (Flower production in Nahan)(Flower farming in Nahan).

राहुल देव ने पेश की आत्म निर्भरता की मिसाल.

राहुल ने बताया कि उन्होंने अपनी लगभग 100 बीघा भूमि पर एग्रो टूरिज्म को शुरू किया है, ताकि अधिक से अधिक किसान, स्कूली बच्चे यहां आकर खेती की व्यवहारिक शिक्षा ले सकें. राहुल ने बताया कि उनका उद्देश्य है कि सभी किसान वैज्ञानिक तरीके से आधुनिक खेती करके स्वरोजगार से जुड़ सकें और अपनी थोड़ी-थोड़ी जमीन से भी अच्छी आमदनी कमा सकें. एक्सपीरियंस हब में आधुनिक तकनीक से खेती करने और रोजगार की संभावनाओं के बारे में भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. साथ ही बच्चों को भी कृषि की व्यवहारिक जानकारी यहां पर देने का प्रयास किया जा रहा है. (Agro tourism model in Nahan) (Organic Farming in Nahan).

वहीं, पंचायत प्रधान संदीपक तोमर ने बताया कि राहुल देव के प्रयास रंग ला रहे हैं और उनका एग्रो टूरिज्म किसानों का मनोबल भी बढ़ा रहा है. इससे पंचायत क्षेत्र में काफी संख्या में किसान यहां आकर यह कार्य देख रहे हैं और आने वाले दिनों में एग्रो टूरिज्म के लिए यह पंचायत विकसित होगी. कुल मिलाकर किसानों को वैज्ञानिक खेती व ऑर्गेनिक खेती से जोड़ने का राहुल का यह प्रयास बहुत सराहनीय है और किसानों के लिए स्वरोजगार का एक विकल्प बनकर उभरा है. (Agro tourism of Rahul of Nahan) (Computer Engineer Rahul of Nahan).

ये भी पढ़ें: शिमला में रि. इंजीनियर ने शुरू की ऑर्गेनिक खेती, बेसहारा गायों को भी दिया आश्रय

नाहन: किसानों की आमदनी को दोगुना करना केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है. इस दिशा में अनेक प्रयास भी किए जा रहे हैं. लोग भी खुद अब इस बात का महत्व समझने लगे हैं और कृषि में अवसर पैदा किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक उदाहरण सिरमौर जिले में राहुल देव सिंह चौहान ने पेश किया है. राहुल एक कंप्यूटर इंजीनियर हैं और बेंगलुरु में कार्यरत रहे हैं. कोविड काल में वह अपने घर आए और तभी से उन्होंने अपनी भूमि पर खुद का रोजगार सहित अन्य छोटे व सीमांत किसानों की आर्थिकी को बढ़ाने का कार्य शुरू किया. (Agro tourism in Nahan) (Computer Engineer Rahul started Agro tourism) (Rahul started Agro tourism in Nahan).

राहुल ने अपनी जमीन पर एग्रो टूरिज्म का कार्य शुरू किया और अनेक प्रकार के फूलों, डेकोरेशन पौधों की खेती आधुनिक तरीके से शुरू की और आज उनका यह एग्रो टूरिज्म एक पहचान बना रहा है. इस समय उनके साथ लगभग 7 से 8 लोग रोजगार पा रहे हैं. राहुल ने यहां पर एक एक्सपीरियंस हब भी बनाया है, जहां पर किसानों को बीज लगाने से लेकर उनकी मार्केटिंग के बारे भी बताया जा रहा है, ताकि वह किसान जिनके पास कम भूमि है, वो लोग भी रोजगार के लिए न भटके बल्कि खुद का स्वरोजगार पैदा कर सकें. (Flower production in Nahan)(Flower farming in Nahan).

राहुल देव ने पेश की आत्म निर्भरता की मिसाल.

राहुल ने बताया कि उन्होंने अपनी लगभग 100 बीघा भूमि पर एग्रो टूरिज्म को शुरू किया है, ताकि अधिक से अधिक किसान, स्कूली बच्चे यहां आकर खेती की व्यवहारिक शिक्षा ले सकें. राहुल ने बताया कि उनका उद्देश्य है कि सभी किसान वैज्ञानिक तरीके से आधुनिक खेती करके स्वरोजगार से जुड़ सकें और अपनी थोड़ी-थोड़ी जमीन से भी अच्छी आमदनी कमा सकें. एक्सपीरियंस हब में आधुनिक तकनीक से खेती करने और रोजगार की संभावनाओं के बारे में भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. साथ ही बच्चों को भी कृषि की व्यवहारिक जानकारी यहां पर देने का प्रयास किया जा रहा है. (Agro tourism model in Nahan) (Organic Farming in Nahan).

वहीं, पंचायत प्रधान संदीपक तोमर ने बताया कि राहुल देव के प्रयास रंग ला रहे हैं और उनका एग्रो टूरिज्म किसानों का मनोबल भी बढ़ा रहा है. इससे पंचायत क्षेत्र में काफी संख्या में किसान यहां आकर यह कार्य देख रहे हैं और आने वाले दिनों में एग्रो टूरिज्म के लिए यह पंचायत विकसित होगी. कुल मिलाकर किसानों को वैज्ञानिक खेती व ऑर्गेनिक खेती से जोड़ने का राहुल का यह प्रयास बहुत सराहनीय है और किसानों के लिए स्वरोजगार का एक विकल्प बनकर उभरा है. (Agro tourism of Rahul of Nahan) (Computer Engineer Rahul of Nahan).

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