नाहनः हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल से अभद्र व्यवहार व धक्का-मुक्की के मामले में प्रदेश में सियासत पूरी तरह से गरमाई हुई है. बीजेपी-कांग्रेस के बीच आरोपों-प्रत्योरोपों का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में सिरमौर बीजेपी ने बुधवार को देश के राष्ट्रपति से नेता प्रतिपक्ष सहित पांचों कांग्रेसी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है.
भाजपा ने डीसी सिरमौर से की मुलाकात
दरअसल भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं नाहन भाजपा के वरिष्ठ नेता ओपी सैनी के नेतृत्व में सिरमौर भाजपा ने आज डीसी सिरमौर से मुलाकात की. साथ ही डीसी के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज पूरे मामले से अवगत करवाते हुए पांचों कांग्रेसी विधायकों की विधानसभा से सदस्यता रद्द करने की मांग की है.
राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज पांचों विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ओपी सैनी ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया है कि राज्यपाल के साथ विपक्ष ने जिस तरह का व्यवहार किया वह बेहद निंदनीय और शर्मनाक है. जिसकी भाजपा कड़े शब्दों में निंदा करती है. उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे राज्यपाल से अभद्र व्यवहार के मामले में सदन से निलंबित किए गए पांचों विधायकों की सदस्यता रद्द की जाए. इस संबंध में आज राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया है.
26 फरवरी को हुआ था विधानसभा में हंगामा
बता दें कि हिमाचल विधानसभा में 26 फरवरी को हुए हंगामे के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री सहित कांग्रेस के 5 विधायकों को विधानसभा बजट सत्र से निलंबित किया गया है और उसके बाद से ही सत्ता व विपक्ष दोनों के बीच लगातार जुबानी जंग तेज होती जा रही है.
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