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एशिया के पहले फॉसिल पार्क में आएगा विदेशी भू-वैज्ञानिकों का दल, रोजगार के साथ पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा

बता दें कि ये एक मात्र ऐसा संग्रहालय है, जिसमें जीवाश्म अवशेष रखे गए हैं जो इसी स्थान से मिले हैं. यह फॉसिल पार्क भारतीय भू-गर्भ सर्वेक्षण के अधीन है और दूर-दूर से यहां पर्यटक जीवाश्म देखने पहुंचते हैं

एशिया के पहले फॉसिल पार्क में आएगा विदेशी भू- वैज्ञानिकों का दल, रोजगार के साथ पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
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Published : Sep 15, 2019, 10:18 AM IST

Updated : Sep 15, 2019, 12:57 PM IST

नाहन: एशिया का पहला फॉसिल पार्क 1974 से सिरमौर जिला के सुकेती नामक स्थान पर स्थित है. ये एक मात्र ऐसा संग्रहालय है, जिसमें जीवाश्म अवशेष रखे गए हैं जो इसी स्थान से मिले हैं. यह फॉसिल पार्क भारतीय भू-गर्भ सर्वेक्षण के अधीन है और दूर-दूर से यहां पर्यटक जीवाश्म देखने पहुंचते हैं.

दरअसल यहां पर लाखों वर्ष पूर्व के हाथी, कछुआ, मानव जाति के जीवाश्म रखे गए हैं. साथ ही अनेक जानवरों के मॉडल भी यहां लगाए गए हैं. इस स्थान को और अधिक विकसित करने के उद्देश्य से एशियन डेवलॉपमेंट बैंक के अधिकारियों की एक टीम ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के साथ यहां का दौरा किया और साथ लगते क्षेत्र में सौंदर्यीकरण को लेकर निरीक्षण किया.

वीडियो

वर्ष 2020 में विश्व के भू वैज्ञानिकों का एक सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा. उनका एक दल सुकेती फॉसिल पार्क भी आने वाला है. इसी को ध्यान में रखते हुए यहां सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया जाना है ताकि यह स्थान अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अपना स्थान बना सके.

ये भी पढ़ें: अंग्रेजी माध्यम में बच्चे को इतना न डुबा दें कि बच्चा हिंदी से नफरत करने लग जाए'

विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने बताया कि सुकेती फॉसिल पार्क पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में विदेशी भू वैज्ञानिकों का दल सुकेती संग्रहालय में आने वाला है, इसलिए एशियन बैंक के सहयोग से यहां पर विकास कार्य शुरू किए जाने हैं. जिससे क्षेत्र में रोजगार के साथ पर्यटन विकास की संभावनाएं भी बढ़ेगी.

नाहन: एशिया का पहला फॉसिल पार्क 1974 से सिरमौर जिला के सुकेती नामक स्थान पर स्थित है. ये एक मात्र ऐसा संग्रहालय है, जिसमें जीवाश्म अवशेष रखे गए हैं जो इसी स्थान से मिले हैं. यह फॉसिल पार्क भारतीय भू-गर्भ सर्वेक्षण के अधीन है और दूर-दूर से यहां पर्यटक जीवाश्म देखने पहुंचते हैं.

दरअसल यहां पर लाखों वर्ष पूर्व के हाथी, कछुआ, मानव जाति के जीवाश्म रखे गए हैं. साथ ही अनेक जानवरों के मॉडल भी यहां लगाए गए हैं. इस स्थान को और अधिक विकसित करने के उद्देश्य से एशियन डेवलॉपमेंट बैंक के अधिकारियों की एक टीम ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के साथ यहां का दौरा किया और साथ लगते क्षेत्र में सौंदर्यीकरण को लेकर निरीक्षण किया.

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वर्ष 2020 में विश्व के भू वैज्ञानिकों का एक सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा. उनका एक दल सुकेती फॉसिल पार्क भी आने वाला है. इसी को ध्यान में रखते हुए यहां सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया जाना है ताकि यह स्थान अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अपना स्थान बना सके.

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विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने बताया कि सुकेती फॉसिल पार्क पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में विदेशी भू वैज्ञानिकों का दल सुकेती संग्रहालय में आने वाला है, इसलिए एशियन बैंक के सहयोग से यहां पर विकास कार्य शुरू किए जाने हैं. जिससे क्षेत्र में रोजगार के साथ पर्यटन विकास की संभावनाएं भी बढ़ेगी.

Intro:-सुकेती फॉसिल पार्क को लेकर बिंदल सहित एशियन डेवलपमेंट बैंक की टीम ने किया दौरा
नाहन। एशिया का पहले फॉसिल पार्क जोकि 1974 से सिरमौर जिला के सुकेती नामक स्थान पर है, एक मात्र ऐसा संग्रहालय हैं जिसमें वही जीवाश्म अवशेष रखे गए हैं जो इसी स्थान से मिले हैं। यह फॉसिल पार्क भारतीय भू गर्भ सर्वेक्षण के अधीन है ओर दूर-दूर से यहां पर्यटक जीवाश्म देखने पहुंचते हैं।


Body:दरअसल यहां पर लाखो वर्ष पूर्व के हाथी, कछुआ, मानव जाति के अवशेष जीवाश्म रखे गए हैं। साथ ही अनेक जानवरों के मॉडल भी यहां लगाए गए हैं। इस स्थान को और अधिक विकसित करने के उद्देश्य से एशियन डेवलपमेंट बैंक के अधिकारियों की एक टीम ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल के साथ यहां का दौरा किया और साथ लगते क्षेत्र में सौंदर्यीकरण को लेकर निरीक्षण किया।
वर्ष 2020 में विश्व के भू वैज्ञानिकों का एक सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। उनका एक दल सुकेती फॉसिल पार्क भी आने वाला है। इसी को मध्य नजर रखते हुए यहां सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया जाना है ताकि यह स्थान अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर अपना स्थान बना सके।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने बताया कि सुकेती फॉसिल पार्क पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में विदेशी भू वैज्ञानिकों का दल सुकेती संग्रहालय में आने वाला है, इसलिए एशियन बैंक के सहयोग से यहां पर विकास कार्य शुरू किए जाने हैं। उन्होंने बताया कि इससे जहां यह स्थान अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर राजस्थान बनाएगा, वही इलाका में रोजगार के साथ पर्यटन विकास की संभावनाएं भी बढ़ेगी।
बाइट : डॉ राजीव बिंदल, विधानसभा अध्यक्ष


Conclusion:
Last Updated : Sep 15, 2019, 12:57 PM IST
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