नाहन: उत्तर भारत की प्रसिद्ध शक्तिपीठ महामाया बालासुंदरी त्रिलोकपुर में आश्विन नवरात्र मेला 29 सितंबर से शुरू होकर13 अक्तूबर तक चलेगा. सोमवार दोपहर बाद मेले के आयोजन से जुड़े विभिन्न प्रबंधों को लेकर डीसी सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
समीक्षा बैठक में तय किया गया कि मेले के प्रभावी प्रबंधन को लेकर मेला क्षेत्र को चार सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा. प्रत्येक सेक्टर में ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी नियुक्त रहेंगे. मेले के दौरान कानून और ट्रैफिक व्यवस्था के लिए 175 होमगार्डों की भी तैनाती होगी. इस दौरान बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कम्युनिकेशन प्लान की आवश्यकता पर भी बल दिया गया. इस प्लान में डीसी ने वायरलैस आधारित व्यवस्था को संचालित करने के निर्देश दिए.
डीसी सिरमौर ने बताया कि मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. डीसी ने बताया कि त्रिलोकपुर क्षेत्र के लिए नौ करोड़ 90 लाख रुपये की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का प्राक्कलन तैयार किया गया है.
बता दें कि त्रिलोकपुर में नवरात्रों के दौरान वर्ष में 2 बार आयोजित होने वाले मेले में हिमाचल ही नहीं, बल्कि विभिन्न राज्यों से लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचते हैं. लिहाजा मेले के सफल आयोजन को लेकर प्रशासन ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है.