नाहन: जंगल की भीषण आग ने 108 एंबुलेंस के पहियों को रोक दिया. फिर भी एंबुलेंस कर्मियों ने हार नहीं मानी और मरीज को समय रहते अस्पताल पहुंचाया. मामला दुर्गम क्षेत्र शिलाई के तहत टटियाना इलाके का है. यहां 108 एंबुलेंस के कर्मियों ने अपने साहस का परिचय देते हुए मरीज की जिंदगी बचाने में सफलता हासिल की.
जानकारी के अनुसार पीएचसी सतौन से कोटापाब के लिए 80 वर्षीय बुजुर्ग मरीज हीरा सिंह को लेने के लिए देर रात करीब एक बजे 108 एंबुलेंस रवाना हुई, लेकिन टटियाना के जंगल में भड़की आग सड़क तक आ पहुंची थी. तेज हवाओं के साथ जंगल में आग विकराल रूप धारण कर रही थी. कहीं-कहीं एबुंलेस को रोकना पड़ा, क्योंकि तेज हवाओं के कारण लपटे उठ रही थीं. इसी बीच 108 एंबुलेंस कर्मियों ने साहस का परिचय देते हुए आग को काबू करने का प्रयास किया, ताकि समय रहते मरीज को लाया जा सके.
ईएमटी ओमप्रकाश व पायलट राजेश ने एंबुलेंस के फायर सिलेंडर का इस्तेमाल आग को बुझाने के लिए किया, क्योंकि आग भयंकर रूप धारण कर चुकी थी. ऐसे में फायर सिलेंडर से भी इसे काबू करना आसान नहीं था. बावजूद इसके सामने भयंकर आग को देखकर 108 कर्मियों का साहस नहीं डगमगाया और जैसे-तैसे उन्होंने आग के बीच ही एंबुलेंस को कोटापाब पहुंचाया. इसके बाद 108 कर्मियों ने रात 3 बजे के आसपास 80 वर्षीय मरीज हीरा सिंह को पावंटा साहिब अस्पताल पहुंचा दिया. कुल मिलाकर एंबुलेंस के कर्मियों के इस साहस की क्षेत्रवासी भी प्रशंसा कर रहे हैं.
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