नाहन: नगर निकाय के चुनाव का ऐलान होते ही राजनैतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला भी जोरों पर हैं. 10 जनवरी को नगर निकाय के लिए वोटिंग होनी है. लिहाजा कांग्रेस-भाजपा के बीच जुबानी जंग भी तेज हो रही है. इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय सोलंकी ने वर्तमान में भाजपा समर्थित नाहन नगर परिषद की पिछले पांच साल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए स्थानीय भाजपा विधायक डॉ. राजीव बिंदल को भी आड़े हाथों लिया है.
कांग्रेस ने बिंदल पर लगाए गुमराह करने के आरोप
कांग्रेस का कहना है कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस पार्टी नाहन में गरीबों के ढहाए गए आशियानों को प्रमुख मुद्दा बनाने जा रही है. अजय सोलंकी ने विधायक बिंदल पर भी जनता को गुमराह करने के आरोप लगाए हैं. नाहन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय सोलंकी ने कहा कि नगर निकाय के चुनाव में नाहन में कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस पार्टी आम जनता के बीच में जाएगी. पिछली भाजपा समर्थित नगर परिषद की पांच साल की कार्यप्रणाली को लोगों के बीच में रखा जाएगा.
चुनाव में गूंजेगा लोगों के आशियाने ढहाने का मामला
इसके अलावा कुछ महीनों पहले जिस तरह से नाहन शहर में गरीब लोगों के आशियाने ढहाने के मामले को कांग्रेस पार्टी प्रमुख मुद्दा बनाएगी, क्योंकि चुनिंदा लोगों के लिए ही आशियाने ढहाए गए थे, जबकि असली कब्जों पर कार्रवाई नहीं हुई. केवल गरीब लोगों के सिर से ही छत छीनी गई. लिहाजा यह एक भावनात्मक मुद्दा भी है, जिसे कांग्रेस पार्टी एक बड़ा मुद्दा बनाने जा रही है. साथ ही जो वायदे भाजपा जनता के बीच में लेकर गई थी, उस पर भाजपा समर्थित नगर परिषद खरा नहीं उतरी है.
5 साल में नहीं हुआ पार्किंग की समस्या का हाल
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सोलंकी ने स्थानीय विधायक डॉ. राजीव बिंदल पर आरोप लगाया कि छोटे-छोटे मुद्दों को लेकर विधायक उद्घाटन करते जा रहे हैं, जिससे जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास किया जा रहा है. जनता के असली मुद्दों का समाधान नगर परिषद ने नहीं किया. शहर में सबसे बड़ी पार्किंग की समस्या के लिए भी पिछले पांच साल में कोई प्रयास नहीं किए गए. अजय सोलंकी ने इस बार नाहन नगर परिषद पर कांग्रेस की जीत का भी दावा किया है.
कुल मिलाकर चुनावी ऐलान होते ही राजनैतिक दलों के बीच जुबानी जंग भी ओर तेज हो गई है और भाजपा-कांग्रेस दोनों ही अपनी-अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं, लेकिन अब देखना यह होगा कि नाहन की जनता किसे नगर परिषद की सत्ता सौंपती है.