नाहन: 5 जनवरी को रेणुकाजी के खड़कोली में हुए निजी स्कूल बस हादसे के बाद हाल ही में आयोजित एसएमसी की बैठक विवादों में फंस गई है. हादसे में मृतक व घायल बच्चों के परिजनों ने एमएमसी बैठक पर सवाल उठाते हुए एमएमसी अध्यक्ष व मेंबर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है.
परिजनों का आरोप है कि एसएमसी की बैठक में उन अभिभावकों को नहीं बुलाया गया, जिन्होंने हादसे में अपने बच्चे खोए हैं. ऐसे में स्कूल प्रबंधन की मुश्किलें ओर बढ़ गई है और एमएमसी की बैठक विवादों में आ गई है. बता दें कि इस बस हादसे में 7 बच्चों व बस चालक की मौत हो गई थी.
बस हादसे में अपने 8 वर्षीय लाडले आदर्श को खोने वाले पिता गोपाल शर्मा ने कहा कि हादसे में 7 बच्चों की मौत हो गई थी, जिनमें उनका बच्चा भी शामिल था. शर्मा ने एक बार फिर दोहराया कि बस को ठीक करवाने के लिए बार-बार प्रिंसिपल से बोलते रहे, लेकिन वह केवल आश्वासन देता रहा, लिहाजा हादसा हो गया. प्रशासन से मांग करते हुए गोपाल शर्मा ने कहा कि ये हादसा नहीं, बल्कि मर्डर है. आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए और स्कूल हमेशा के लिए बंद होना चाहिए.
बाइट: गोपाल शर्मा, मृतक आदर्श के पिता
वहीं, बस हादसे में अपने 6 साल के मासूम नैतिक को खोने वाले उसके पिता ओम प्रकाश ने भी कहा कि बैठक की कोई सूचना नहीं दी गई. इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और स्कूल हमेशा के लिए बंद किया जाए. सरकार से अनुरोध है कि परिजनों की पुकार सुने और उन्हें इंसाफ दिलवाए.
बाइट: ओम प्रकाश, मृतक बच्चे नैतिक के पिता
गौरतलब है कि हाल ही में स्कूल प्रबंधन की तरफ से एसएमसी की बैठक में करीब 141 अभिभावकों के हस्ताक्षर कर मीडिया में बयान जारी किया गया था, जिसमें स्कूल की मान्यता रद्द न करने के साथ-साथ स्कूल की नई बस की पासिंग परमिशन के अलावा स्कूल की उपलब्धियों का जिक्र किया गया था. साथ ही प्रिंसिपल की कार्यप्रणाली पर भी संतोष व्यक्त किया गया था.