नाहन: सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में हाथियों का आवागमन अब आम हो गया है, लेकिन अब गजराज के परिवार ने अपना दायरा 30 किलोमीटर आगे तक बढ़ा दिया है. शुक्रवार शाम को गजराज का परिवार नाहन से करीब 12 किलोमीटर दूर बोहलियों गांव तक आ पहुंचा. करीब 10 हाथियों की यहां पहुंची टोली की मूवमेंट को ग्रामीणों ने कैमरे में भी कैद किया है. यही नहीं बोहलियों क्षेत्र में भी हाथियों ने कुछ नुकसान किया है.
जानकारी के अनुसार हाथियों की टोली बोहलियों क्षेत्र में रजनी नाम की महिला के घर के समीप तक आ पहुंची. वह गाय को रोटी देने के लिए घर से निकली थी कि गजराज सामने प्रकट हो गए. गजराज को देखते ही रजनी वापिस वापिस घर पहुंची. मौके पर लोग भी एकत्रित हो गए. इसके बाद हाथियों ने यहां खेतों में लगे केले के पेड़ों को भी नुकसान पहुंचाया. हालांकि स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि गजराज का परिवार बोहलियों, बड़ाबन व कोलर आदि के जंगलों में हो सकता है. ये जंगल साल घने पेड़ों से घिरे हैं. वन विभाग के मुताबिक क्षेत्र में कमेला व बांस आदि काफी मात्रा हैं, जिसे हाथी बड़े चाव से खाते हैं.
वन मंडल नाहन के डीएफओ सौरभ जाखड़ ने पुष्टि करते हुए बताया कि पांवटा साहिब में यमुना नदी का जलस्तर गिरने के बाद ही संभवतः खाने की तलाश में हाथियों की टोली ने क्षेत्र में मूव किया होगा. गत वर्ष भी हाथियों की टोली बोहलियों गांव तक पहुंच गई थी. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में हाथियों के पहुंचने की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों को इस दिशा में जागरूक भी किया गया है. उन्होंने कहा कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है.
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