शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक युवक ने सुसाइड कर लिया है. युवक का संदिग्ध हालत में शव मिला है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने डाकघर जगोटी तहसील रोहड़ू से शव बरामद किया. मृतक की पहचान सतपाल पुत्र राजिंदर गांव खलेडगी डाकघर जगोटी तहसील रोहड़ू के रूप में की गई है. वहीं, स्थानीय पुलिस ने मौके पर जाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है और मामले की तफ्तीश में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार, शव का पोस्टमार्टम करके सीआरपीसी 174 की कार्रवाई अमल में लाई गई है. पुलिस के अनुसार व्यक्ति ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है. बताया जा रहा है कि वह काफी समय से मानसिक तनाव में था. बता दें कि बीते गुरुवार को भी शिमला में एक महिला ने जंगल में आत्महत्या कर ली थी. जिसकी पुलिस जांच कर रही है.
वहीं, एसपी संजीव गांधी ने मामले की पुष्टि की है. मनोचिकित्सक की मानें तो आत्महत्या के कई कारण हैं. इनमें मानसिक तनाव, दबाव या अन्य कारण हैं. इसमें लोग आत्महत्या जैसा कदम उठाते हैं. जो आत्महत्या करते हैं उनमें कुछ दिन पहले ही लक्षण दिखाई देने लगते हैं. ऐसी स्थिति में स्वजन, दोस्त या परिवार के अन्य सदस्यों को चाहिए कि वे समय पर ऐसे व्यक्ति को इलाज और काउंसलिंग के लिए डाक्टर के पास ले जाएं.
ये है कानूनी प्रक्रिया: दरअसल, आत्महत्या के मामले में पुलिस 174 सीआरपीसी के तहत मामला दर्ज करती है. यदि परिवार का कोई सदस्य आत्महत्या में किसी तरह के शक की आशंका जताता है तभी अन्य पहलुओं से भी जांच की जाती है. कई मामलों में यह भी सामने आया है कि दबाव के चलते आत्महत्याएं की गई हैं. पुलिस मामले की गहराई से जांच करती है.
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