शिमला: हिमाचल में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आगामी पांच दिन भारी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर चेतवानी जारी की गई है. इस दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में अंधड़ के साथ बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.
इसको लेकर विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. वहीं, 2 मई से 7 मई तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहेगा. विभाग ने शनिवार रात आठ बजे तक छह जिलों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है. दो दिन मौसम साफ रहने से तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, लेकिन आगामी दिनों में बारिश होने से तापमान में गिरवाट दर्ज हो सकती है.
मौसम विभाग की चेतवानी ने किसान बागवानों की चिंता को बढ़ा दी है. बीते दिनों हुई ओलावृष्टि से किसान और बागवानों को काफी नुकसान पहुंचा था. वहीं, अब दोबारा ओलावृष्टि होने से फसलों के खराब होने का डर सता रहा है.
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा की आने वाले पांच दिनों में प्रदेशभर में भारी बारिश और ओलावृष्टी की संभावना. प्रदेश के मध्यवर्ती ओर मैदानी क्षेत्रों के लिए ये चेतावनी जारी की गई है. इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश और हिमपात होने की संभावना है.
शनिवार को ऊना में अधिकतम तापमान 38.0, बिलासपुर में 34.5, हमीरपुर में 34.3, कांगड़ा में 32.6, सुंदरनगर में 31.7, चंबा में 31.2, नाहन में 30.4, सोलन में 27.5, भुंतर में 30.4, धर्मशाला में 24.6, केलांग में 18.6 और कल्पा में 22.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
आठ जिलों में हुई सामान्य से अधिक बारिश
अप्रैल महीने में प्रदेश के आठ जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा , हमीरपुर, बिलासपुर और कांगड़ा में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. हालांकि, तीन जिलों ऊना, किन्नौर और लाहौल स्पीति में कम बारिश हुई है और इस कारण प्रदेश में औसत सामान्य से नौ फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है.
अप्रैल में 60.2 मिलीमीटर को सामान्य बारिश माना गया है, जबकि 54.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई. किन्नौर, लाहौल स्पीति और ऊना में कम बारिश की वजह से पूरे प्रदेश की औसत सामान्य बारिश में कमी दर्ज की गई है.