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अंतरराष्ट्रीय फलक पर ताज पहनेगा शिमला आइस स्केटिंग रिंक, 18 करोड़ से होगी कायाकल्प

शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्केटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा. साल 1920 में अंग्रेजों ने इस स्केटिंग रिंक को बनाया था, जिसके आधुनिकरण करने के लिए वर्ल्ड बैंक ने 18 करोड़ की राशि के स्वीकृत की है.

शिमला आइ स्केटिंग रिंक
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Published : Nov 17, 2019, 8:29 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्केटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा. इन प्रतियोगिताओं के लिए रिंक का आधुनिकरण किया जा रहा है, जिसके पूरा होने पर रिंक में बर्फ जमाने के लिए मौसम पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.

18 करोड़ की लागत से रिंक का आधुनिकरण किया जाएगा, जिसमें स्टेडियम के विस्तार के साथ भव्य इमारत तैयार की जाएगी. वहीं, यहां पर गाड़ियों की पार्किंग के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग भी बनाई जाएगी. रिंक में लगने वाले रेफ्रिजरेशन प्लांट की मदद से इस रिंक में खराब मौसम के दौरान भी स्केटर्स स्केटिंग का लुत्फ उठा सकेंगे. रिंक का आधुनिकरण करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया प्रदेश सरकार की ओर से शुरू कर दी गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

आगामी मार्च महीने तक रिंक के आधुनिकरण का काम शुरू हो जाएगा, जिसे विदेशी कंपनियां पूरा करेंगी. इसके लिए ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से एक्सपर्ट की टीमों ने शिमला के स्केटिंग रिंक का दौरा किया है. सरकार जल्द ही किसी एक विदेश कंपनी को स्केटिंग रिंक के आधुनिकरण करने का टेंडर देगी, जिसके बाद शिमला का आइस स्केटिंग रिंक नए स्वरूप में नजर आएगा.

बता दें कि साउथ ईस्ट एशिया का पहला सेमी नेचुरल आइस स्केटिंग रिंक शिमला के लक्कड़ बाजार बस स्टैंड के पास स्थित है. ब्रिटीशकाल से अब तक इस रिंक में प्राकृतिक तरीके से ही बर्फ जमाई जाती है. नवंबर माह में जब तापमान में गिरावट आती है तो रिंक में पानी छिड़का जाता है, जिसे प्राकृतिक तरीके से जमने दिया जाता है और जब बर्फ की परत मैदान पर जमकर तैयार हो जाती है तो उस पर स्केटिंग की जाती है.

इसके साथ ही यहां पर जिमखाना और कार्निवाल का आयोजन भी करवाया जाता है, लेकिन बीते कुछ सालों से मौसम में आ रहे बदलाव के चलते मैदान में स्केटिंग के सेशन प्रभावित हो रहे हैं. मौसम खराब होने के चलते यहां बर्फ की जो परत जमाई जाती है उस पर स्केटिंग नहीं हो पाती.

ऐसे में जो स्केटिंग पहले नवंबर से लेकर फरवरी माह तक चलती थी अब उसमें कमी आने लगी है. इसी को देखते हुए हुए वर्ल्ड बैंक की ओर से इस मैदान के आधुनिकरण के लिए 18 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है.इस राशि से एक रेफ्रिजरेशन प्लांट मैदान में लगाया जाएगा, जिससे मौसम खराब होने पर भी रिंक में बर्फ जमाकर स्केंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकेंगी. शिमला आइस स्केटिंग क्लब के महासचिव भुवनेश बांगा ने बताया कि खराब मौसम में भी रिंक में बर्फ जमी रहे इसके लिए रेफ्रिजरेशन प्लांट लगाया जाएगा.

हालांकि बर्फ को प्राकृतिक तरीके से ही जमाया जाएगा, जिससे कि स्केटिंग रिंक की ऐतिहासिकता बरकरार रहे लेकिन जब मौसम खराब होगा तो इस रेफ्रिजरेशन प्लांट का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके चलते एक अक्टूबर से लेकर 31 मार्च तक यहां स्केटर्स स्केटिंग का लुफ्त उठा सकेंगे.

आधुनिकरण के बाद ये आइस स्केटिंग मैदान अंतररार्ष्ट्रीय श्रेणी में आ जाएगा और यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी. साल 1920 में अंग्रेजों ने इस स्केटिंग रिंक को बनाया था. रिंक में इंडोनेशिया के मार्शल टीटो, बेनजीर भुट्टो, राजीव गांधी, संजय गांधी और मशहूर अभिनेता राजकुमार भी स्केटिंग कर चुके हैं. इसके अलावा शम्मी कपूर की 'जंगली', मनोज कुमार की 'वो कौन थी' और विनोद खन्ना की 'हम तुम' फिल्म की शूटिंग भी इसी रिंक में हुई थी.

शिमला: राजधानी शिमला के आइस स्केटिंग रिंक में जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्केटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा. इन प्रतियोगिताओं के लिए रिंक का आधुनिकरण किया जा रहा है, जिसके पूरा होने पर रिंक में बर्फ जमाने के लिए मौसम पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.

18 करोड़ की लागत से रिंक का आधुनिकरण किया जाएगा, जिसमें स्टेडियम के विस्तार के साथ भव्य इमारत तैयार की जाएगी. वहीं, यहां पर गाड़ियों की पार्किंग के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग भी बनाई जाएगी. रिंक में लगने वाले रेफ्रिजरेशन प्लांट की मदद से इस रिंक में खराब मौसम के दौरान भी स्केटर्स स्केटिंग का लुत्फ उठा सकेंगे. रिंक का आधुनिकरण करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया प्रदेश सरकार की ओर से शुरू कर दी गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

आगामी मार्च महीने तक रिंक के आधुनिकरण का काम शुरू हो जाएगा, जिसे विदेशी कंपनियां पूरा करेंगी. इसके लिए ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से एक्सपर्ट की टीमों ने शिमला के स्केटिंग रिंक का दौरा किया है. सरकार जल्द ही किसी एक विदेश कंपनी को स्केटिंग रिंक के आधुनिकरण करने का टेंडर देगी, जिसके बाद शिमला का आइस स्केटिंग रिंक नए स्वरूप में नजर आएगा.

बता दें कि साउथ ईस्ट एशिया का पहला सेमी नेचुरल आइस स्केटिंग रिंक शिमला के लक्कड़ बाजार बस स्टैंड के पास स्थित है. ब्रिटीशकाल से अब तक इस रिंक में प्राकृतिक तरीके से ही बर्फ जमाई जाती है. नवंबर माह में जब तापमान में गिरावट आती है तो रिंक में पानी छिड़का जाता है, जिसे प्राकृतिक तरीके से जमने दिया जाता है और जब बर्फ की परत मैदान पर जमकर तैयार हो जाती है तो उस पर स्केटिंग की जाती है.

इसके साथ ही यहां पर जिमखाना और कार्निवाल का आयोजन भी करवाया जाता है, लेकिन बीते कुछ सालों से मौसम में आ रहे बदलाव के चलते मैदान में स्केटिंग के सेशन प्रभावित हो रहे हैं. मौसम खराब होने के चलते यहां बर्फ की जो परत जमाई जाती है उस पर स्केटिंग नहीं हो पाती.

ऐसे में जो स्केटिंग पहले नवंबर से लेकर फरवरी माह तक चलती थी अब उसमें कमी आने लगी है. इसी को देखते हुए हुए वर्ल्ड बैंक की ओर से इस मैदान के आधुनिकरण के लिए 18 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है.इस राशि से एक रेफ्रिजरेशन प्लांट मैदान में लगाया जाएगा, जिससे मौसम खराब होने पर भी रिंक में बर्फ जमाकर स्केंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकेंगी. शिमला आइस स्केटिंग क्लब के महासचिव भुवनेश बांगा ने बताया कि खराब मौसम में भी रिंक में बर्फ जमी रहे इसके लिए रेफ्रिजरेशन प्लांट लगाया जाएगा.

हालांकि बर्फ को प्राकृतिक तरीके से ही जमाया जाएगा, जिससे कि स्केटिंग रिंक की ऐतिहासिकता बरकरार रहे लेकिन जब मौसम खराब होगा तो इस रेफ्रिजरेशन प्लांट का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके चलते एक अक्टूबर से लेकर 31 मार्च तक यहां स्केटर्स स्केटिंग का लुफ्त उठा सकेंगे.

आधुनिकरण के बाद ये आइस स्केटिंग मैदान अंतररार्ष्ट्रीय श्रेणी में आ जाएगा और यहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी. साल 1920 में अंग्रेजों ने इस स्केटिंग रिंक को बनाया था. रिंक में इंडोनेशिया के मार्शल टीटो, बेनजीर भुट्टो, राजीव गांधी, संजय गांधी और मशहूर अभिनेता राजकुमार भी स्केटिंग कर चुके हैं. इसके अलावा शम्मी कपूर की 'जंगली', मनोज कुमार की 'वो कौन थी' और विनोद खन्ना की 'हम तुम' फिल्म की शूटिंग भी इसी रिंक में हुई थी.

Intro:नोट :बाइट व्रैप से चक करे।
राजधानी शिमला में साउथ ईस्ट एशिया के पहले सेमी नेचुरल आइस स्केटिंग रिंक में जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्केटिंग से जुड़ी प्रतियोगिताएं होंगी। इसके लिए रिंक का आधुनिकरण किया जा रहा है जिसके पूरा होने के बाद रैंक में बर्फ जमाने के लिए मौसम पर निर्भर नहीं रहना होगा। रिंक में लगने वाले रेफ्रिजरेशन प्लांट के माध्यम से बर्फ जमाकर उस पर स्केटिंग की जा सकेगी। इस ऐतिहासिक आइस स्केटिंग रिंक में स्केटर्स कोअंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिलेगी। 18 करोड़ की लागत से रिंक का आधुनिकरण किया जाएगा जिसमें स्टेडियम को बढ़ाने के साथ ही इसकी भव्य इमारत तैयार की जाएगी और इसी में अंडरग्राउंड पार्किंग की व्यवस्था भी यहां आने वाले लोगों के लिए उपलब्ध होगी।


Body:रिंक पर लगने वाले रेफ्रिजरेशन प्लांट की मदद से इस रिंक में खराब मौसम के बाद भी स्केटर्स स्केटिंग का लुत्फ़ उठा सकेंगे। रिंक का आधुनिकरण करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया भी सरकार की ओर से शुरू कर दी गई है। मार्च माह में तक रिंक के आधुनिकरण का काम शुरू हो जाएगा जिसे बाहर की विदेशी कंपनियां ही पूरा करेंगी। इसके लिए ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से एक्सपर्ट की टीमों ने आकर स्केटिंग रिंक का दौरा भी किया है। अब सरकार जिस कंपनी को स्केटिंग रिंक के कार्य का टेंडर देगी वहीं इस कार्य को पूरा करेंगे और रिंग का पूरी तरह से आधुनिकरण किया जाएगा। वर्तमान में जिस मैदान पर स्केटिंग होती है उसके दायरे को भी बढ़ाया जाएगा और इसके साथ ही इमारत का स्वरूप भी बदला जाएगा। पूरे नए नई लुक में ही यह शिमला का यह रिंक आधुनिकरण के बाद नजर आएगा।


Conclusion:बता दें कि साउथ ईस्ट एशिया के पहले सेमी नेचुरल आइस स्केटिंग रिंक शिमला के लक्कड़ बाजार बस स्टैंड के साथ ही स्थित है। वहां अंग्रेजों के जमाने से अभी तक प्राकृतिक तरीके से ही बर्फ जमाई जाती है। नवंबर माह में जब तापमान में गिरावट आती है तो रिंक के मिट्टी के मैदान में पानी छिड़का जाता है जिसे प्राकृतिक तरीके से जमने दिया जाता है और जब बर्फ की एक परत मैदान पर जमकर तैयार हो जाती है तो उस पर स्केटिंग क्लब के मेंबर और शिमला आने वाले पर्यटक करते हैं। इसके साथ ही जिमखाना और कार्निवाल का आयोजन भी यहां स्केटिंग रिंक में स्केटर्स के लिए करवाया जाता है, लेकिन बीते कुछ वर्षों से मौसम में आ रहे बदलाव के चलते मैदान में स्केटिंग के सेशन प्रभावित हो रहे हैं। मौसम खराब होने के चलते यहां बर्फ की जो परत जमाई जाती है उस पर स्केटिंग नहीं हो पाती है। ऐसे में जो स्केटिंग पहले नवंबर से लेकर जनवरी-फरवरी माह तक चलती थी अब उसमें कमी आने लगी है और ना ही स्केटिंग से जुड़ी प्रतियोगिताएं रिंक में हो पा रही हैं। इसी को देखते हुए और मैदान की ऐतिहासिकता को देखते हुए वर्ल्ड बैंक की ओर से इस मैदान के आधुनिकरण के लिए 18 करोड रुपए की राशि जारी की गई है। इस राशि से एक रेफ्रिजरेशन प्लांट मैदान में लगाया जाएगा जिससे कि जब मौसम खराब होगा तो उस रेफ्रिजरेशन प्लांट से टेंपरेचर मेंटेन कर बर्फ़ की परत जमाई जाएगी और उस पर स्केटिंग से जुड़ी प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। शिमला आइस स्केटिंग क्लब के महासचिव भुवनेश बांगा ने बताया कि खराब मौसम में भी की रिंक में बर्फ जमी रहे इसके लिए रेफ्रिजरेशन प्लांट लगाया जाएगा हालांकि बर्फ को प्राकृतिक तरीके से ही जमाया जाएगा जिससे कि स्केटिंग रिंक की ऐतिहासिकता बरकरार रहे लेकिन जब मौसम खराब होगा तो इस रेफ्रिजरेशन प्लांट का इस्तेमाल किया जाएगा जिसके चलते 1 अक्टूबर से लेकर 31 मार्च माह तक यहां स्केटिंग का लुफ्त उठाया जा सकेगा।
बॉक्स:
शिमला आइस स्केटिंग रिंक का आधुनिकरण होने के बाद इस बैंक में जहां स्केटिंग का सेशन बढ़ेगा और स्केटिंग अक्टूबर माह से शुरू होकर मार्च माह तक हो सकेगी। वहीं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं भी इसी स्केटिंग मैदान में होंगी। आधुनिकरण के बाद यह आइस स्केटिंग मैदान अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी में आ जाएगा और यहां राष्ट्रीय मुकाबले तो होंगे ही वहीं अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों के साथ ही विश्व स्तर के मुकाबले भी इसके रिंक में हो सके इसके लिए स्केटिंग क्लब अपने स्तर पर प्रयास करेगा।
बॉक्स:
शिमला का यह आइस स्केटिंग रिंक साउथ एशिया का पहला सेमी नेचुरल ओपन एयर आइस स्केटिंग रिंक है जहां प्राकृतिक तरीके से बर्फ जमाई जाती है। 1920 में अंग्रेजों ने इस स्केटिंग रिंक को शिमला में अपना स्केटिंग का शौक पूरा करने के लिए बनाया था तब से लेकर इस रिंक में सर्दियों में पानी फेंक कर मिट्टी के मैदान पर नेचुरल तापमान में उसे जमा कर बर्फ की लेयर जमाई जाती है जिस पर स्केटर्स अपना स्केटिंग का हुनर दिखाते है। अंग्रेजों के समय से ही यहां इस स्केटिंग रिंक में स्केटिंग करने का जुनून रहा है जो आज भी बरकरार है। रिंक में इंडोनेशिया के मार्शल टीटो, बेनजीर भुट्टो, स्वर्गीय राजीव गांधी और संजय गांधी ओर मशहूर अभिनेता राजकुमार भी स्केटिंग कर चुके है और इस स्केटिंग रिंक के दीवाने थे। इसके अलावा शम्मी कपूर की जंगली, मनोज कुमार की वो कौन थी और विनोद खन्ना की हम तुम फ़िल्म की शूटिंग भी इसी रिंक में हुई है।

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