शिमला: राजधानी शिमला में बंदर जानलेवा हो गए हैं. अब बंदर सड़क पर भी आते जाते लोगों को काटने पड़ जाते हैं. इसी तरह के एक मामले में कुफ्टाधार क्षेत्र में गुरुवार को बंदरों के हमले में एक महिला की मौत हो गई है. महिला के शव को अस्पताल में रखा गया है. पुलिस पोस्टमार्टम के बाद ही महिला के शव को परिजनों को सौंपेगी.
दरअसल, महिला घर की छत पर कुछ काम कर रही थी. इसी दौरान बंदरों महिला पर हमला बोल दिया. बंदरों के डर से महिला छत से नीचे जा गिरी. महिला को तुरंत आईजीएमसी लाया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
कुछ साल पहले मिडल बाजार में भी इस तरह का मामला पेश आया था. यहां भी एक महिला की छत से गिरने से मौत हो गई थी. पुलिस के मुताबिक हरियाणा के यमुनानगर की रहने वाली राजबाला (56) पिछले 20 सालों से भी अधिक समय से बेटे और बेटी के साथ शिमला के कुफ्टाधार में रह रही थी. गुरुवार दोपहर को जब महिला छत पर गई तो यहां अचानक एक बंदर उस पर झपट पड़ा. महिला इस दौरान छत से सीधे नीचे जा गिरी. इसमें महिला को गंभीर चोटें आई थीं.
स्थानीय लोग महिला को तुरंत आईजीएमसी ले आए जहां उसकी मौत हो गई. महिला के शव को अस्पताल में रखा गया है. पुलिस पोस्टमार्टम के बाद महिला के शव को परिजनों को सौंपेगी.
गौरतलब है कि शिमला शहर में बंदरों के आतंक से आम लोग परेशान हैं. शहर में बंदरों के डर से लोग अकेले चलने में भी गुरेज करते हैं. आईजीएमसी संजौली मार्ग, कालीबाड़ी मार्ग इसके अलावा विभिन्न वार्डो में बंदरों का आतंक रहता है, जिससे महिलाओं व बच्चों में बंदरों का काफी डर रहता है.
आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि बंदरों के हमले के डर से छत से गिरी महिला अस्पताल आयी थी. इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.
ये भी पढ़ें: निजी स्कूल कर रहे मनमानी, छात्र अभिभावक मंच ने शिक्षा विभाग से कार्रवाई की उठाई मांग