शिमला: ऊना में मास्क न पहनने पर 5 हजार का जुर्माना वसूलने का मामला शनिवार को सदन में गूंजा. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत मामला उठाया और सरकार को इस तरह के तुगलकी फरमान जारी न करने की नसीहत दी. अग्निहोत्री ने सरकार को प्रदेश की जनता को मुफ्त में मास्क मुहैया करवाने की सलाह दी. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ऊना जिला में पुलिस लोगों को बस से उतार कर चालान कर रही है. लोग कुछ खा रहे हैं, तब भी उनके चालान किए जा रहे हैं. लोगो मे खौफ का माहौल बनाया जा रहा है.
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लोगों को किया जा रहा परेशान
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जिला प्रशासन मनमर्जी से चालान के रेट तय कर रहा है और लोगों को परेशान किया जा रहा है. इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सरकार लोगों को जागरूक करे न कि उन्हें इस तरह से डराया-धमकाया जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर आपातकाल करने की बातें कर रहे हैं, जैसे इमरजेंसी लग गई.
अब एक साल में हो गया है. ऐसे में सरकार व्यापक इंतजाम करे. उन्होंने कहा कि आजाद भारत में पैदल चलने वालों का चालान हो रहे हैं. यह काम तो हिंदुस्तान में अंग्रेज भी नहीं कर पाए थे. सरकार मास्क की खरीद करे और पुलिस लोगों को मास्क वितरित करे न कि 10 पैसे के मास्क के लिए लोगों से 5 हजार वसूल करे.
अग्निहोत्री की सरकार को नसीहत
अग्निहोत्री ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि मास्क या कोरोना के नाम पर लोगों से पैसे वसूल न करे. जनता से पैसे वसूलने का फैसला किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सरकार का काम कोरोना को नियंत्रित करना है और जन सुविधाओं का भी ख्याल रखना है.
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