शिमला: राजधानी के ऐतिहासिक टाउन हॉल भवन की मरम्मत का मामला अब तूल पडकने लगा. इस भवन के जीर्णोद्धार पर आठ करोड़ खर्च किया गया है, लेकिन मरम्मत के बाद से भवन में पानी अंदर आना शुरू हो गया है. जगह जगह से रंग-रोगन उखड़ गया है. जिससे काम पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
हालांकि नगर निगम की ओर से पर्यटन निगम को कई बार दोबारा से मरम्मत करने का आग्रह किया है, लेकिन पर्यटन विभाग की ओर से कुछ नहीं किया गया. वहीं, नगर निगम के महापौर और उप महापौर ने शहरी विकास मंत्री के समक्ष उठाया उसके बाद टाउनहॉल का निरीक्षण किया गया. पर्यटन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और निरीक्षण कर मरम्मत कराने का आश्वसन दिया है.
8 करोड़ खर्च, लेकिन टपक रहा पानी
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने इस भवन की मरम्मत कार्यों की जांच कराने की मांग की. कौंडल ने कहा कि इस भवन पर आठ करोड़ खर्च किया गया, लेकिन काम सही नहीं किया गया. भवन में अंदर पानी टपक रहा है. निगम ग्राउंड फ्लोर को रेस्टोरेंट के लिए किराए पर दे रहा है लेकिन भवन में अंदर पानी आ रहा है.
उप महापौर के कमरे के साथ ही अन्य हिस्सों में भी पानी आ रहा है. इतने पैसे खर्च करने के बाद भी इसकी हालात खस्ता है. शहरी विकास मंत्री के समक्ष भी मामला उठाया गया है. इस पर खर्च किए रुपयों की जांच की मांग की गई है. दोबारा से कार्य करवाने के लिए पर्यटन विभाग को बोला गया है, हालांकि अधिकारी आए थे मरम्मत का आश्वन दिया.
4 साल चला काम
बता दें कि टाउन हॉल का निर्माण 1908 में किया गया था. 2014 में इस भवन का जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया गया, जो 2018 में पूरा किया गया. इस भवन की मरम्मत पर आठ करोड़ रुपए खर्च किए गए. पहले ही निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदार पर आरोप लगाए जा रहे है. वहीं, अब निगम ने ही सरकार से जांच की मांग की है.
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