रामपुर: हिमाचल प्रदेश की सबसे लंबी नदी सतलुज का जलस्तर कभी भी बढ़ सकता है. गर्मी का मौसम आते ही पहाड़ों से ग्लेशियर पिघलने लगा है. जिससे नदी-नालों में पानी बढ़ना शुरू हो गया है. एसजेवीएनएल प्रबंधक द्वारा क्षेत्र के लोगों से अपील की गई है कि सतलुज के किनारे न जाएं कभी भी पानी का स्तर बढ़ सकता है.
सतलुज के किनारे जाना व उसकी लहरों से खेलना जानलेवा साबित हो सकता है. जल स्तर बढ़ने से सतलुज के पास जाना मौत को दावत देने के समान है. इसके लिए बाकायदा नाथपा झाकड़ी परियोजना प्रबंधन ने चेतावनी जारी की है.
साथ ही इस बारे में स्थानीय प्रशासन को भी इस बारे में अवगत कराया गया है कि जैसे ही सतलुज का जल स्तर बढ़ता है और पानी उसके बांध क्षेत्र में तय माप से ऊपर चल जाता है तो वह बांध के गेट को खोल देंगे. वहीं जब एसजेवीएनएल द्वारा हुटर बजाया जाएगा तो उसे नजरअंदाज न करें.
परियोजना प्रमुख एसजेवीएनएल संजीव सूद ने बताया कि गर्मी शुरू होते ही सतलुज का जल स्तर बढ़ता जा रहा है. जिससे मजबूरन परियोजना के गेट खोलने पड़ते हैं. इसी कारण लोगों से अपील है कि सतलुज के किनारे न जाएं कभी भी पानी का स्तर बढ़ सकता है.