शिमला: शिमला नगर निगम में बीजेपी महापौर और उप महापौर के उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है. सोमवार को बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय दीप कमल में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने सभी पार्षदों से एक-एक कर बैठक की. साथ ही पार्षदों की राय जानी.
वहीं, देर शाम मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ ओकओवर में सतपाल सिंह सत्ती, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और नरेंद्र बरागटा ने बैठक की है. इस बैठक में उम्मीदवार तय कर दिए गए हैं, लेकिन नामों की घोषणा नहीं की गई है. मंगलवार सुबह नौ बजे बीजेपी ने अपने सभी पार्षदों को ओकओवर बुलाया हैं. वहीं से सभी एक साथ डीसी कार्यालय के लिए रवाना होंगे. इसके बाद बचत भवन में सुबह 11 बजे वोटिंग होगी है.
वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी सभी पार्षदों को अपना फैसला सुनाएगी ताकि किसी तरह की बगावत ना हो सके. वरिष्ठ पार्षद संजीव ठाकुर और सत्या कौंडल मेयर पद के दावेदार हैं. सत्या कौंडल शिक्षा मंत्री की करीबी होने के नाते तो संजीव ठाकुर संगठन के दम पर अपनी दावेदारी मजबूत करने में लगे हैं. बीजेपी पार्षदों में मेयर पद के लिए होड़ लगी है. वहीं मौजूदा मेयर कुसुम सदरेट को बीजेपी पार्षदों की लड़ाई का सीधा फायदा मिल सकता है. इस स्थिति में कुसुम सदरेट के कार्यकाल को बढ़ाने का संगठन फैसला ले सकता है.
नगर निगम शिमला में शिक्षा मंत्री और स्थानीय विधायक सुरेश भारद्वाज अपनी पसंद का महापौर बनाना चाहते हैं. ऐसे में सत्या कौंडल की लॉटरी खुल सकती है. सत्या कौंडल शिक्षा मंत्री की करीबी मानी जाती हैं. सत्या कौंडल संजौली वार्ड की पार्षद हैं और दूसरी बार जीत के आई हैं. ऐसे में सुरेश भारद्वाज अपनी पसंद का महापौर बनाते हैं तो सत्या कौंडल का महापौर बनना तय मन जा रहा है.
ये भी पढ़ें: ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट पर खर्च हुए 12.35 करोड़, देखा हिमाचल री बड्डी खबरां