शिमला: प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के कॉलिजस में टीचर्स की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग की वर्चुअल क्लासरूम की योजना जल्द शुरू होने जा रही है. इस योजना की शुरुआत ट्रायल बेस पर मंडी में की जा रही है.
ट्रायल के सफल होने पर प्रदेशभर के कॉलेजिस में भी इसकी शुरुआत की जाएगी. योजना के तहत पहले चरण में शिक्षा विभाग मंडी जिला के 8 कॉलेजिस में इस सत्र से वर्चुअल क्लासरूम शुरू करने जा रहा है. मंडी डिग्री कॉलेज के साथ आस-पास के अन्य आठ कॉलेजिस में वर्चुअल क्लासरूम शुरू होंगे. वहीं, ट्रायल में वर्चुअल क्लासरूम की कनेक्टिविटी को भी जांचा जाएगा.
शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा कि मंडी जिला से सीवी रमन वर्चुअल क्लास रूम की शुरुआत की जा रही है, जिसका ट्रायल जल्द किया जाएगा. इसकी सफलता के बाद अन्य जिलों में ऐसे क्लासरूम शुरू किए जाएंगे. हालांकि उन्होंने इस बात को भी माना कि वर्चुअल क्लासरूम की सफलता इंटरनेट कनेक्टिविटी पर निर्भर करती है. वहीं, इसके लिए बीएसएनएल के अलावा अन्य इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियों से भी बात की जा रही है.
बता दें कि सीवी रमन वर्चुअल क्लासरूम की योजना उन कॉलेजिस के लिए कारगर है, जहां शिक्षकों की कमी है और छात्रों को पढ़ाई में दिक्कतें आ रही हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग ने समाधान के रूप में ये विकल्प निकाला है, जिसके माध्यम से शिक्षक प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित कॉलेजिस में छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा सकेंगे.
शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे कॉलेजिस को सेंटर बनाया जाएगा, जहां सभी विषयों के शिक्षक हों और ये शिक्षक वर्चुअल क्लासरूम की मदद से अपने ही कॉलेज से अन्य कॉलेजिस के छात्रों को पढ़ा सकेंगे. इस योजना से प्रदेश के कॉलेजिस में शिक्षकों की कमी से छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी.