ETV Bharat / state

ट्राइबल कॉलेजिस में जल्द शुरू होंगे वर्चुअल क्लासरूम, पायलट प्रोजेक्ट के लिए मंडी का चयन

टीचर्स की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग की वर्चुअल क्लासरूम की योजना जल्द होगी शुरू. मंडी कॉलेज से होगी ट्रायल पोजेक्ट की शुरुआत.

author img

By

Published : May 28, 2019, 7:48 PM IST

कॉन्सेप्ट इमेज

शिमला: प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के कॉलिजस में टीचर्स की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग की वर्चुअल क्लासरूम की योजना जल्द शुरू होने जा रही है. इस योजना की शुरुआत ट्रायल बेस पर मंडी में की जा रही है.

डॉ. अमरजीत शर्मा शिक्षा विभाग निदेशक

ट्रायल के सफल होने पर प्रदेशभर के कॉलेजिस में भी इसकी शुरुआत की जाएगी. योजना के तहत पहले चरण में शिक्षा विभाग मंडी जिला के 8 कॉलेजिस में इस सत्र से वर्चुअल क्लासरूम शुरू करने जा रहा है. मंडी डिग्री कॉलेज के साथ आस-पास के अन्य आठ कॉलेजिस में वर्चुअल क्लासरूम शुरू होंगे. वहीं, ट्रायल में वर्चुअल क्लासरूम की कनेक्टिविटी को भी जांचा जाएगा.

शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा कि मंडी जिला से सीवी रमन वर्चुअल क्लास रूम की शुरुआत की जा रही है, जिसका ट्रायल जल्द किया जाएगा. इसकी सफलता के बाद अन्य जिलों में ऐसे क्लासरूम शुरू किए जाएंगे. हालांकि उन्होंने इस बात को भी माना कि वर्चुअल क्लासरूम की सफलता इंटरनेट कनेक्टिविटी पर निर्भर करती है. वहीं, इसके लिए बीएसएनएल के अलावा अन्य इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियों से भी बात की जा रही है.

बता दें कि सीवी रमन वर्चुअल क्लासरूम की योजना उन कॉलेजिस के लिए कारगर है, जहां शिक्षकों की कमी है और छात्रों को पढ़ाई में दिक्कतें आ रही हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग ने समाधान के रूप में ये विकल्प निकाला है, जिसके माध्यम से शिक्षक प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित कॉलेजिस में छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा सकेंगे.

शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे कॉलेजिस को सेंटर बनाया जाएगा, जहां सभी विषयों के शिक्षक हों और ये शिक्षक वर्चुअल क्लासरूम की मदद से अपने ही कॉलेज से अन्य कॉलेजिस के छात्रों को पढ़ा सकेंगे. इस योजना से प्रदेश के कॉलेजिस में शिक्षकों की कमी से छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी.

शिमला: प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के कॉलिजस में टीचर्स की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग की वर्चुअल क्लासरूम की योजना जल्द शुरू होने जा रही है. इस योजना की शुरुआत ट्रायल बेस पर मंडी में की जा रही है.

डॉ. अमरजीत शर्मा शिक्षा विभाग निदेशक

ट्रायल के सफल होने पर प्रदेशभर के कॉलेजिस में भी इसकी शुरुआत की जाएगी. योजना के तहत पहले चरण में शिक्षा विभाग मंडी जिला के 8 कॉलेजिस में इस सत्र से वर्चुअल क्लासरूम शुरू करने जा रहा है. मंडी डिग्री कॉलेज के साथ आस-पास के अन्य आठ कॉलेजिस में वर्चुअल क्लासरूम शुरू होंगे. वहीं, ट्रायल में वर्चुअल क्लासरूम की कनेक्टिविटी को भी जांचा जाएगा.

शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा कि मंडी जिला से सीवी रमन वर्चुअल क्लास रूम की शुरुआत की जा रही है, जिसका ट्रायल जल्द किया जाएगा. इसकी सफलता के बाद अन्य जिलों में ऐसे क्लासरूम शुरू किए जाएंगे. हालांकि उन्होंने इस बात को भी माना कि वर्चुअल क्लासरूम की सफलता इंटरनेट कनेक्टिविटी पर निर्भर करती है. वहीं, इसके लिए बीएसएनएल के अलावा अन्य इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियों से भी बात की जा रही है.

बता दें कि सीवी रमन वर्चुअल क्लासरूम की योजना उन कॉलेजिस के लिए कारगर है, जहां शिक्षकों की कमी है और छात्रों को पढ़ाई में दिक्कतें आ रही हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग ने समाधान के रूप में ये विकल्प निकाला है, जिसके माध्यम से शिक्षक प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित कॉलेजिस में छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा सकेंगे.

शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे कॉलेजिस को सेंटर बनाया जाएगा, जहां सभी विषयों के शिक्षक हों और ये शिक्षक वर्चुअल क्लासरूम की मदद से अपने ही कॉलेज से अन्य कॉलेजिस के छात्रों को पढ़ा सकेंगे. इस योजना से प्रदेश के कॉलेजिस में शिक्षकों की कमी से छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी.

Intro:प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों के कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग की वर्चुअल क्लासरूम की योजना अब शुरू होने जा रही है। इस योजना की शुरुआत ट्रायल बेस पर मंडी में की जा रही है। यह ट्रायल सफल होता है तो उसके बाद इसे प्रदेश भर के कॉलेजों में शुरू किया जाएगा। अपनी इस योजना के तहत पहले चरण में शिक्षा विभाग मंडी जिला के 8 कॉलेजों में इसी सत्र से वर्चुअल क्लासरूम शुरू करने जा रहा है।


Body:मंडी जिला में मंडी डिग्री कॉलेज के साथ आस पास के आठ कॉलेजों को वर्चुअल क्लासरूम के लिए जोड़ा गया है। इसकी ट्रायल की तैयारी में विभाग जुटा है। इस ट्रायल से यह जांचा जाएगा कि वर्चुअल क्लासरूम की कनेटिविटी कितनी है। यह सफल हो पा रही है या नहीं या क्या कमियां इस पूरी प्रक्रिया में रह गई है। इसकी सफलता को जांचने के बाद ही अन्य जिलों खासकर जनजातीय क्षेत्रों जिसमें शिमला जिला के साथ ही अन्य जिलों से कॉलेजों में भी इसे शुरू किया जाएगा। इन वर्चुअल क्लासरूम को बनाने के लिए कुछ मैन सेंटर को भी बनाने की आवश्यकता है जिसमें शिक्षा विभाग कॉलेजों के साथ ही स्कूलों को भी शामिल कर रहा है।


Conclusion:शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ अमरजीत शर्मा ने कहा कि मंडी जिला से सीवी रमन वर्चुअल क्लास रूम की शुरूआत की जा रही है, जिसका ट्रायल जल्द किया जाएगा। इसकी सफलता के बाद ही अन्य जिलों में इसे शुरू किया जाएगा। हालांकि उन्होंने इस बात को भी माना कि वर्चुअल क्लासरूम की सफलता इंटरनेट कनेटिविटी पर निर्भर है लेकिन इसके लिए बीएसएनएल के अलावा अन्य सर्विस प्रोवाइडर्स से भी बात की जा रही है। बता दे कि सीवी रमन वर्चुअल क्लासरूम की योजना उन कॉलेजों के लिए कारगर है जहां शिक्षकों की कमी है और छात्रों की पढ़ाई में दिक्कतें आ रही है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने समाधान के रूप में यह विकल्प निकाला है जिसके माध्यम से शिक्षक प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित कॉलेजों में भी छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा सकेंगे। शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे कॉलेजों को सेंटर बनाया जाएगा जहां सभी विषयों के शिक्षक है और फिर वर्चुअल क्लासरूम की मदद से यह शिक्षक अपने ही कॉलेज से अन्य कॉलेजों के छात्रों को शिक्षा देंगे। इस योजना से प्रदेश के कॉलेजों में शिक्षकों की कमी से छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.