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हाटी मुद्दे पर बोले मौजूदा सांसद विरेन्द्र कश्यप, टिकट कटने पर दिया ये बयान

मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप ने कहा मेरा टिकट नहीं कटा है बल्कि ये जिम्मेदारी है जो समय-समय पर बदलती रहती है और अब भाजपा ने ये जिम्मेदारी मेरे छोटे भाई सुरेश कश्यप को दी है. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि जिन मुद्दों पर हमारे प्रयास सफल नहीं हुए हैं उन्हें सुरेश कश्यप पूरा करेंगे.

मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप
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Published : Mar 29, 2019, 5:45 PM IST

Updated : Mar 29, 2019, 6:19 PM IST

शिमलाः टिकट वितरण में कांग्रेस के मुकाबले बाजी मार चुकी भाजपा ने शिमला संसदीय सीट पर एकजुटता का संदेश दिया है. शुक्रवार को शिमला से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप के साथ पार्टी के बड़े नेताओं ने मीडिया के समक्ष दावा किया कि इस बार भी भाजपा सभी चार सीटें जीतेगी. सुरेश कश्यप के साथ मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, सहकारिता मंत्री राजीव सैजल, संगठन महामंत्री चंद्रमोहन भी साथ रहे.

virender kashyap
मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप

सभी नेताओं ने एक सुर में कहा कि पार्टी एकजुट होकर प्रचार कर रही है. वीरेंद्र कश्यप ने भी सुरेश कश्यप की पीठ थपथपाई और कहा कि शिमला से तीसरी बार भी भाजपा विजयी होगी. मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप ने कहा मेरा टिकट नहीं कटा है बल्कि ये जिम्मेदारी है जो समय-समय पर बदलती रहती है और अब भाजपा ने ये जिम्मेदारी मेरे छोटे भाई सुरेश कश्यप को दी है. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि जिन मुद्दों पर हमारे प्रयास सफल नहीं हुए हैं उन्हें सुरेश कश्यप पूरा करेंगे. हाटी मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ये प्रयास हमारा आखिरी स्टेज पर है और उसमें अब सिर्फ आरजीआई की रिपोर्ट लगना बाकि है.

बता दें कि शिमला संसदीय क्षेत्र की 17 विधानसभा सीटों में से 8 भाजपा के पास हैं. वर्ष 2004 में भाजपा यहां से हर गई थी. तब हार का अंतर एक लाख, 8 हजार वोट्स था, फिर 2009 से 2019 तक शिमला सीट भाजपा के पास रही. 2009 में वीरेंद्र कश्यप 27327 मतों से जीते थे. जीत का ये अंतर 2014 में मोदी लहर में 84 हजार हो गया.

जानकारी देते मौजूदा सांसद विरेन्द्र कश्यप

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी कहा कि मोदी लहर पहले से भी अधिक है और ये अब आंधी व सुनामी में बदल चुकी है. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि भाजपा में हाई कमान जिसे जो जिम्मेदारी सौंपती उसे सभी जी जान से निभाते हैं. पार्टी के फैसले को सर माथे पर मानते हुए वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि इस बार मौका सुरेश कश्यप को मिला है, लिहाजा सभी मिलकर चुनाव मैदान में उतरेंगे. उन्होंने कहा कि दस साल सांसद रहने के दौरान उन्होंने कई काम किये हैं. उनके अधूरे काम को अब सुरेश कश्यप पूरा करेंगे. सुरेश कश्यप ने भी कहा कि उन्हें सभी का सहयोग मिल रहा है. वीरेंद्र कश्यप सहित सभी बड़े नेताओं का आशीर्वाद व सहयोग उनके साथ है.

ये सही है कि टिकट की जंग में बाजी सुरेश कश्यप के हाथ लगी है, लेकिन पार्टी के एक नेता एचएन कश्यप नाराज हैं. वीरेंद्र कश्यप भी शुरू में असहज थे, लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी का फैसला स्वीकार कर लिया था. अब सभी नेता एकजुट होने का संकेत दे रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी सुरेश कश्यप के साथ वीरेंद्र कश्यप व अन्य नेता मीडिया के सामने आए.

शिमलाः टिकट वितरण में कांग्रेस के मुकाबले बाजी मार चुकी भाजपा ने शिमला संसदीय सीट पर एकजुटता का संदेश दिया है. शुक्रवार को शिमला से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप के साथ पार्टी के बड़े नेताओं ने मीडिया के समक्ष दावा किया कि इस बार भी भाजपा सभी चार सीटें जीतेगी. सुरेश कश्यप के साथ मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, सहकारिता मंत्री राजीव सैजल, संगठन महामंत्री चंद्रमोहन भी साथ रहे.

virender kashyap
मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप

सभी नेताओं ने एक सुर में कहा कि पार्टी एकजुट होकर प्रचार कर रही है. वीरेंद्र कश्यप ने भी सुरेश कश्यप की पीठ थपथपाई और कहा कि शिमला से तीसरी बार भी भाजपा विजयी होगी. मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप ने कहा मेरा टिकट नहीं कटा है बल्कि ये जिम्मेदारी है जो समय-समय पर बदलती रहती है और अब भाजपा ने ये जिम्मेदारी मेरे छोटे भाई सुरेश कश्यप को दी है. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि जिन मुद्दों पर हमारे प्रयास सफल नहीं हुए हैं उन्हें सुरेश कश्यप पूरा करेंगे. हाटी मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ये प्रयास हमारा आखिरी स्टेज पर है और उसमें अब सिर्फ आरजीआई की रिपोर्ट लगना बाकि है.

बता दें कि शिमला संसदीय क्षेत्र की 17 विधानसभा सीटों में से 8 भाजपा के पास हैं. वर्ष 2004 में भाजपा यहां से हर गई थी. तब हार का अंतर एक लाख, 8 हजार वोट्स था, फिर 2009 से 2019 तक शिमला सीट भाजपा के पास रही. 2009 में वीरेंद्र कश्यप 27327 मतों से जीते थे. जीत का ये अंतर 2014 में मोदी लहर में 84 हजार हो गया.

जानकारी देते मौजूदा सांसद विरेन्द्र कश्यप

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी कहा कि मोदी लहर पहले से भी अधिक है और ये अब आंधी व सुनामी में बदल चुकी है. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि भाजपा में हाई कमान जिसे जो जिम्मेदारी सौंपती उसे सभी जी जान से निभाते हैं. पार्टी के फैसले को सर माथे पर मानते हुए वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि इस बार मौका सुरेश कश्यप को मिला है, लिहाजा सभी मिलकर चुनाव मैदान में उतरेंगे. उन्होंने कहा कि दस साल सांसद रहने के दौरान उन्होंने कई काम किये हैं. उनके अधूरे काम को अब सुरेश कश्यप पूरा करेंगे. सुरेश कश्यप ने भी कहा कि उन्हें सभी का सहयोग मिल रहा है. वीरेंद्र कश्यप सहित सभी बड़े नेताओं का आशीर्वाद व सहयोग उनके साथ है.

ये सही है कि टिकट की जंग में बाजी सुरेश कश्यप के हाथ लगी है, लेकिन पार्टी के एक नेता एचएन कश्यप नाराज हैं. वीरेंद्र कश्यप भी शुरू में असहज थे, लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी का फैसला स्वीकार कर लिया था. अब सभी नेता एकजुट होने का संकेत दे रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी सुरेश कश्यप के साथ वीरेंद्र कश्यप व अन्य नेता मीडिया के सामने आए.

शिमला। टिकट वितरण में कांग्रेस के मुकाबले बाजी मार चुकी भाजपा ने शिमला संसदीय सीट पर एकजुटता का संदेश दिया है। शुक्रवार को शिमला से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप के साथ पार्टी के बड़े नेताओं ने मीडिया के समक्ष दावा किया कि इस बार भी भाजपा सभी चार सीटें जीतेगी। सुरेश कश्यप के साथ मौजूदा सांसद वीरेंद्र कश्यप, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, सहकारिता मंत्री राजीव सैजल, संगठन महामंत्री चंद्रमोहन भी थे। सभी ने एक सुर में कहा कि पार्टी एकजुट होकर प्रचार कर रही है। वीरेंद्र कश्यप ने भी सुरेश कश्यप की पीठ थपथपाई और कहा कि शिमला से तीसरी बार भी भाजपा विजयी होगी। संगठन महामंत्री चन्द्र मोहन ने कहा कि शिमला संसदीय क्षेत्र की 17 विधानसभा सीटों में से 8 भाजपा के पास हैं। वर्ष 2004 में भाजपा यहां से हर गयी थी। तब हार का अंतर एक लाख, 8 हजार वोट्स था। फिर 2009 से 2019 तक शिमला सीट भाजपा के पास रही। 2009 में वीरेंद्र कश्यप 27327 मतों से जीते थे। जीत का ये अंतर 2014 में मोदी लहर में 84 हजार हो गया। ठाकुर ने कहा कि इस बार भी जीत का अंतर पहले से अधिक होगा। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी कहा कि मोदी लहर पहले से भी अधिक है और ये अब आंधी व सुनामी में बदल चुकी है। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि भाजपा में हाई कमान जिसे जो जिम्मेदारी सौंपती उसे सभी जी जान से निभाते हैं। 
पार्टी के फैसले को सर माथे पर मानते हुए वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि इस बार मौका सुरेश कश्यप को मिला है, लिहाजा सभी मिलकर चुनाव मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि दस साल सांसद रहने के दौरान उन्होंने कई काम किये हैं। उनके अधूरे काम को अब सुरेश कश्यप पूरा करेंगे। सुरेश कश्यप ने भी कहा कि उन्हें सभी का सहयोग मिल रहा है। वीरेंद्र कश्यप सहित सभी बड़े नेताओं का आशीर्वाद व सहयोग उनके साथ है। 
ये सही है कि टिकट की जंग में बाजी सुरेश कश्यप के हाथ लगी है,लेकिन पार्टी के एक नेता एच एन कश्यप नाराज हैं। वीरेंद्र कश्यप भी शुरू इन असहज थे, लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी का फ़ैसला स्वीकार कर लिया था। अब सभी नेता एकजुट होने का संकेत दे रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी सुरेश कश्यप के साथ वीरेंद्र कश्यप व अन्य नेता मीडिया के सामने आए।







































Last Updated : Mar 29, 2019, 6:19 PM IST
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