शिमला: साल 2022 की समाप्ती का अंतिम सप्ताह आज से शुरू हो चुका है. आज इस साल की अंतिम विनायक चतुर्थी व्रत है. इसे पौष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि भी कहा जाता है. आज भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना कर व्रत रखने का दिन माना जाता है. कहा जाता है कि भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने से जहां संकटों से निजात मिल जाती है.वहीं, मनाकामनाएं भी पूरी होती हैं. (Vinayaka Chaturthi 2022)
चंद्रमा दर्शन नहीं करते: आज विघ्नहर्ता गणेश जी की दिन के समय में पूजा की जाती है. माना जाता है कि आज के दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं करना चाहिए. यदि फिर भी गलती से दर्शन हो जाए तो कहा जाता है कि यह ठीक नहीं रहता है. (Ganpati worship today) (Ganapati is worshiped today)
पूजा का ये है शुभ मुहूर्त: पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि आज सोमवार सुबह 4 बजकर 51 मिनट पर प्रारंभ हो गई और तिथि का समापन 27 दिसंबर की सुबह 1 बजकर 37 पर होगा. विनायक चतुर्थी व्रत का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 20 मिनट से दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक है. इस अवधि में आपको भगवान गणेश जी की पूजा विधि -पूर्वक करके चतुर्थी व्रत कथा का श्रवण कर लेना चाहिए. इस व्रत में रात्रि के समय चंद्रमा का पूजन नहीं किया जाता है. (Vinayaka Chaturthi auspicious time)
पशु-पक्षियों को भोजन कराना चाहिए: माना जाता है कि आज के दिन पशु-पक्षियों को भोजन कराना शुभ माना जाता है. वहीं, गणेश की पूजा-अर्चना के दौरान बेसन या मूंग लड्डू का भोग लगाना चाहिए. वहीं, प्रसादी को लोगों में बांटना चाहिए. (last week of year 2022)