शिमला: हिमाचल में आई आपदा के बाद से सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आपदा राहत कार्यों में सरकार को नाकाम बताया है. जिस पर लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ठाकुर ने पलटवार किया है. विक्रमादित्य ने कहा जयराम औरों पर टिक्का टिपणी कर रहे हैं, लेकिन उनको पहले यह बताना चाहिए कि जब वह धूमल सरकार में वे ग्रामीण विकास मंत्री थे, तब उनकी कार्यप्रणाली कैसी थी? उन्होंने मंत्री रहते हुए कितना काम करवाया? इसका उनको जवाब देना चाहिए. लोक निर्माण विभाग मंत्री ने कहा मेरा मुंह न खुलवाएं. क्योंकि बात अगर निकलेगी तो दूर तक जाएगी.
जयराम पर विक्रमादित्य सिंह का हमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के सरकार पर की जा रही बयानबाजी को लेकर मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने उन पर निशाना साधा है. विक्रमादित्य सिंह ने जयराम ठाकुर को कहा धूमल सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए उन्होंने कितना काम करवाया. पहले वे इसका जवाब दें. उन्होंने कहा मेरा मुंह न खुलावाएं. क्योंकि अगर बात निकलेगी तो दूर तक जाएगी. बिना मतलब की बयानबाजी से उनका वोट बैंक बढ़ने वाला नहीं है. जयराम ठाकुर मिलकर सरकार के साथ चलें. हिमाचल को आपदा से बाहर निकालने में अपना सहयोग दें.
'हिमाचल में राष्ट्रीय आपदा घोषित न करना दुर्भाग्यपूर्ण': विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल में राष्ट्रीय आपदा घोषित न करना दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे पहले गुजरात के भुज में जब भूकंप से तबाही हुई थी तो, वहां राष्ट्रीय आपदा घोषित की गई. इसी तरह उत्तराखंड में भी 2014 में राष्ट्रीय आपदा घोषित की गई, लेकिन हिमाचल में सैंकड़ों लोगों की जानें गईं और 15 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति तबाह हो गई, फिर भी हिमाचल की आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं किया गया.
'जयराम बीजेपी नेताओं की जेसीबी की सूची दे': विक्रमादित्य ने जयराम के मुफ्त में काम करने के इच्छुक भाजपा नेताओं की जेसीबी से जुड़े सवाल पर कहा कि नेता प्रतिपक्ष ऐसी जेसीबी की सूची उन्हें दे दें. सभी को काम दे दिया जाएगा. गौरतलब है कि जयराम ठाकुर ने कहा था कि भाजपा नेताओं की जेसीबी को काम नहीं दिया जा रहा है.
'सरकार सभी वादों को पूरा करेगी': उन्होंने कहा सरकार सभी वादों को पूरा करने में पूरी मजबूती से काम कर रही हैं, लेकिन इस समय आपदा आई है और आर्थिकी स्थिति अच्छी नहीं है. ऐसे में प्राथमिकता लोगों को राहत देने की है. केंद्र सरकार अगर सहयोग नहीं करती तो हिमाचल सरकार अपना वित्तीय पैकज हिमाचल के लिए घोषित करेगी. विशेषकर जिन लोगों को नुकसान हुआ है, उनको सहायता देने के लिए प्रयास सरकार कर रही हैं.
'15 सितंबर तक बहाल हो जाएंगी सभी सड़कें': विक्रमादित्य सिंह ने कहा प्रदेश में भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सभी सड़कें 15 सितंबर तक खोलने का समय तय किया गया है. इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए है. जिस क्षेत्र में सड़कें तय समय के भीतर नहीं खोली जाएगी, उनके अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
'शिमला पर बिल्डिंग का बोझ कम करने की जरूरत': विक्रमादित्य सिंह ने कहा शिमला शहर को आज डी-कंजस्ट करना जरूरी है. इसलिए सेटेलाईट टाउन विकसित करने की जरूरत है. जाठियादेवी में इस दिशा में काम शुरू हो गया है. उन्होंने कहा प्रदेश सचिवालय को छोड़कर दूसरे दफ्तर प्रदेश से बाहर शिफ्ट करने की जरूरत है. ताकि शिमला पर बिल्डिंग के बोझ को कम किया जा सके.
विक्रमादित्य का INDIA गठबंधन पर प्रतिक्रिया: विक्रमादित्य सिंह ने कहा आज संघीय ढांचा खत्म किया जा रहा है. बहुत से राज्यों में वहां के राज्यपाल हस्तक्षेप कर रहे हैं. दिल्ली में वहां चुनी हुई सरकार के खिलाफ सामान्नतर सरकार खड़ी की गई है. हिमाचल तक ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी यह स्थिति है. इसके खिलाफ आवाज उठने लगी हैं. उन्होंने कहा इंडिया फोरम का गठन इसको बचाने को लेकर किया गया है.