ETV Bharat / state

बैमोसमी बारिश से बागवान परेशान, सेब तुड़ान में आ रही रुकावट - बैमोसमी बारिश ने बागवानों की चिंता बढ़ाई

हिमाचल में बैमोसमी बारिश सेबों को तोड़ने में काफी खलल डाल रही है, जिसके कारण सेबों के रंग और आकार में कमी दर्ज की गई है. किसानों का कहना है कि सेबों की प्रति पेटी के दाम में 300 से 400 कमी आई है.

प्रदेश में बैमोसमी बारिश से बागवान परेशान
author img

By

Published : Sep 27, 2019, 7:22 PM IST

शिमला: प्रदेश में हो रही बैमोसमी बारिश ने बागवानों की चिंता बढ़ा दी है. सेब तोड़ने में बागवानों को काफी समस्यों का सामना करना पड़ रहा है. सेब के रंग और आकार में बारिश के कारण खराब हो गया है. प्रदेश में सेब के उचित दाम न मिलने से बागवानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है.

वीडियो.

प्रदेश में मौसम की बेरुखी इस बार किसानों ओर बागवानों पर आफत बनकर बरसी है. बेमौसमी बारिश ने इस बार बागवानों की हालत खस्ता कर दी है. अभी तक मध्य इलाकों का सेब बारिश के कारण बगीचों में ही पड़ा हुआ है. पिछले दो दिनों से प्रदेश में हो रही भारी बारिश ने बागवानों की बेचैनी ओर बढ़ा दी है. बागवानों का कहना है कि इस बार सेब के लिए मौसम शुरू से ही खराब रहा. पहले देरी से फ्लावरिंग हुई और फिर बाद में लगातार बरसात से सेब हरा रह गया. जो सेब अगस्त के महीने में बिकता था वो अक्टूबर में भी तैयार नही हो पाया है, जिसके चलते सेब के दामों में भारी कटोती दर्ज की गई है.

बागवानों का कहना है कि सेब पेड़ो में ही लटक कर सड़ रहा है. सेब के दाम में प्रति पेटी 300 से 400 रुपये की कटोती आई है. ए ग्रेड सेब की पेटी के दाम बी ग्रेड की पेटी के बराबर भी नहीं मिल रहे हैं.

शिमला: प्रदेश में हो रही बैमोसमी बारिश ने बागवानों की चिंता बढ़ा दी है. सेब तोड़ने में बागवानों को काफी समस्यों का सामना करना पड़ रहा है. सेब के रंग और आकार में बारिश के कारण खराब हो गया है. प्रदेश में सेब के उचित दाम न मिलने से बागवानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है.

वीडियो.

प्रदेश में मौसम की बेरुखी इस बार किसानों ओर बागवानों पर आफत बनकर बरसी है. बेमौसमी बारिश ने इस बार बागवानों की हालत खस्ता कर दी है. अभी तक मध्य इलाकों का सेब बारिश के कारण बगीचों में ही पड़ा हुआ है. पिछले दो दिनों से प्रदेश में हो रही भारी बारिश ने बागवानों की बेचैनी ओर बढ़ा दी है. बागवानों का कहना है कि इस बार सेब के लिए मौसम शुरू से ही खराब रहा. पहले देरी से फ्लावरिंग हुई और फिर बाद में लगातार बरसात से सेब हरा रह गया. जो सेब अगस्त के महीने में बिकता था वो अक्टूबर में भी तैयार नही हो पाया है, जिसके चलते सेब के दामों में भारी कटोती दर्ज की गई है.

बागवानों का कहना है कि सेब पेड़ो में ही लटक कर सड़ रहा है. सेब के दाम में प्रति पेटी 300 से 400 रुपये की कटोती आई है. ए ग्रेड सेब की पेटी के दाम बी ग्रेड की पेटी के बराबर भी नहीं मिल रहे हैं.

Intro:प्रदेश में हो रही बैमोसमी बारिश ने बढ़ाई बागवानों की चिंता।सेब तोड़ने में आ रही परेशानी पहले से ही देरी से चल रहा है सीजन। सेब के रंग और आकार में कमी बारिश से हुआ नुकसान। सेब के उचित दाम न मिलने से बागवानों को हुआ आर्थकी नुकसान।Body:
प्रदेश में मौसम की बेरुखी इस बार किसानों ओर बागवानों पर आफत बनकर बरसी है। प्रदेश की मुख्य आर्थकी सेब पर मौसम का सितम सितम्बर में भी जारी है। बैमोसमी बारिश ने इस बार बागवानों की हालत खस्ता कर दी है।अक्टूबर के महीना आ गया है लेकिन अभी तक मध्य इलाकों का सेब भी बगीचों में ही पड़ा हुआ है। ओर बारिश है कि रुकने का नाम ही नही ले रही है पिछले दो दिनों से प्रदेश में हो रही बारिश ने बागवानों की बेचैनी ओर बढ़ा दी है।सेब का तुड़ान नही हो पा रहा है।बागवानों का कहना है कि इस बार सेब के लिए मौसम शुरू से ही खराब रहा पहले देरी से फ्लावरिंग हुई और फिर बाद में लगातार बरसात से सेब का हरा रह गया। जो सेब अगस्त के महीने में बिकता था वो अक्टूबर में भी तैयार नही हो पा रहा है। जिसके चलते सेब के दाम भी कम मिल रहे है। और बागवानों को इससे बहुत नुकसान हो रहा है।
बाईट,,,, बागवान
बाईट,,,बागवान

बैमोसमी बारिश ने बागवानों की आर्थिक कमर तोड़ दी है। इस समय जब मौसम साफ होता था ।उस समय बारिश हो रही है बागवानों का कहना है कि सेब पेड़ो में ही लटक रहा है और बगीचों में सड़ रहा है। पहले ही मौसम ने बरसात में भारी नुकसान हुआ है और अब ये बारिश अब भी रुकने का नाम नही ले रही है।जिससे सेब के दाम में 300 से 400 रुपये का फर्क एक पेटी पर पड़ रहा है।जो सेब की पेटी अच्छे दाम में बिकती थी उस सब की पेटी के बी ग्रेड जैसे दाम भी नही मिल रहे है ।जिसका बगावनो को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
बाईट,,,, बागवानConclusion:बता दे कि सेब की फसल इस साल बागवानों के लिए आफत बनी हुई है।देरी से तैयार होने के कारण सेब का आकार छोटा रहना और सेब में रंग न आने से बागवानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है।जिससे मण्डियों में सेब के दाम अच्छे नही मिल पा रहे है।और ओर अब फिर से ही रही बैमोसमी बारिश से बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरे ओर खींच गईं है।

ठियोग से सुरेश शर्मा की रिपोर्ट
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.