शिमलाः विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने 6 मई को सभी शिक्षण संस्थानों को परीक्षा संचालन के संदर्भ में एक नोटिस जारी किया है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को देश भर में बढ़ रहे कोरोना वायरस के बीच परीक्षाएं आयोजित न करवाने के निर्देश दिए हैं. यूजीसी ने आदेशों में स्पष्ट किया है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी है कि शिक्षण संस्थानों में किसी भी तरह कोई भीड़ एकत्रित न हो.
जून में स्थिति का आकलन कर होगा फैसला
यूजीसी ने नोटिस में सभी विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर और कॉलेज के प्राचार्य को नोटिस जारी किया. इसमें कहा गया है कि जून में स्थिति का आकलन करने के बाद ही परीक्षा आयोजित करवाई जाए. इसके लिए विश्वविद्यालयों और कॉलेज को केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का भी पालन करना होगा.
हिमाचल सरकार पहले ही स्थगित कर चुकी है परीक्षाएं
5 मई को हुई हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदेश सरकार पहले ही कॉलेज परीक्षाओं को अगले आदेशों तक स्थगित करने का फैसला ले चुकी है. हिमाचल प्रदेश में रोजाना 4 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले दर्ज किए जा रहे हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार किसी भी तरह का जोखिम विद्यार्थियों की सेहत को लेकर नहीं उठाना चाहती. इसी कारण पहले ही परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं.
जून में कम हो सकते हैं मामले
वहीं, महामारी विशेषज्ञों की मानें, तो भारत में कोरोना की दूसरी लहर मई महीने के अंत तक खत्म हो सकती है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जून में कोरोना की स्थिति सामान्य हो सकती है. यदि देश-प्रदेश में संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट दर्ज की जाती है. तो संभव है कि व्यवस्थाएं पटरी पर लौटे और शिक्षण संस्थानों में कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करते हुए परीक्षाएं आयोजित करवाई जाएं.
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