शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी काे दाे नए सुपर स्पेशलिटी काेर्स मिले हैं. एमसीआई ने न्यूरो सर्जरी और गैस्ट्रो विभाग में सुपर स्पेशलिटी काेर्स के लिए मंजूरी दे दी है. न्यूराे सर्जरी में एक और गैस्ट्रोएनटोलजी में दो सीटाें काे मंजूरी दी गई है.
न्यूराे सर्जरी में एमसीएच (मास्टर ऑफ चिरुजिकल) और गैस्ट्रोएनटोलजी में डीएम (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) हाेगी. हालांकि प्रशासन ने यूराेलाॅजी में भी सुपर स्पेशलिटी काेर्स के लिए अप्लाई किया है, मगर इसकी लिए मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी इसके लिए आईजीएमसी काे बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इससे राज्य के युवा डॉक्टरों को राज्य के भीतर विशेष पाठ्यक्रम बनाने का अवसर मिलेगा. अगले माह से आईजीएमसी में दाेनाें विभागाें में सुपर स्पेशलिटी काेर्स में पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी.
इसी माह इन तीनाें काेर्स के निरीक्षण के लिए एमसीआई की टीम ने आईजीएमसी का दाैरा किया था. उन्हाेंने यहां पर व्यवस्थाएं जांची थी और उसमें संतुष्टि जताई थी. जिसके बाद अब दाे विभागाें में काेर्स शुरू करने काे मंजूरी दे दी गई है.
अभी तक दाे विभागाें में ही है सुपर स्पेशलिटी काेर्स
आईजीएमसी में अभी तक केवल दाे विभागाें में ही सुपर स्पेशलिटी काेर्स करवाए जा रहे हैं. इसमें रेडियाेलाॅजी और सीटीवीएस विभाग शामिल हैं. इनमें भी सात सीटाें पर डीएम और एमसीएच करवाई जा रही है. हालांकि स्पेशलिस्ट काेर्स 20 विभागाें में करवाए जा रहे हैं, जिसमें 125 सीटें हैं.
मगर अब तीन नए विभागाें में डीएम और एमसीएच शुरू हाेने से यहां पर काफी फायदा मिलेगा. प्रदेश के अस्पतालाें में विशेषज्ञ डाॅक्टराें की कमी है. ऐसे में हर साल यहां से भी विशेषज्ञ निकलेंगे. आईजीएमसी के प्रधानाचार्य डाॅ. रजनीश पठानिया ने कहा कि अगले माह से काेर्स शुरू कर दिए जाएंगे.
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