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पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के बगीचे में दो मजदूरों की मौत, जांच में जुटी पुलिस

डीएसपी रामपुर अभिमन्यु वर्मा ने दोनों मजदूरों के मौत की पुष्टि की और कहा कि मौत किन कारणों से हुई है इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा. दोनों मजदूरों के शवों को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर शिमला पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया और उनके परिजनों को भी सूचित कर दिया है.

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के बगीचे में दो मजदूरों की मौत
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Published : Jul 22, 2019, 1:19 PM IST

शिमला: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बगीचे में दो मजदूरों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. ये बगीचा राष्ट्रीय राजमार्ग 5 और कंडियाली में है, जो शिमला के नारकंडा के निकट स्थित है.

मृतक की पहचान देव बहादुर (42) पुत्र सतनाम सिंह के रूप में हुई है. मजदूर गांव दोछी साधुपुल जिला सोलन का रहने वाला था. बागीचे में कार्य करने वाली महिला ने बताया कि सुबह के समय जब उसने माली के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला उसके बाद अन्य मजदूरों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो देखा की अंदर माली अचेत अवस्था में पड़ा था, जिसकी मौत हो गई थी. मामले के बारे में पुलिस को सूचित किया गया. पुलिस मौके पर पहुंची ओर मामले की छानबीन शुरू की.

वीडियो

वहीं दूसरी तरफ दोपहर करीब 2 बजे एक अन्य मजदूर पटियाला निवासी रामू की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसे एम्बुलेंस में ठियोग अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल में रामू की मौत हो गई.दोनों मजदूरों के शवों को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर शिमला पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया और उनके परिजनों को भी सूचित कर दिया है.

ये भी पढ़े: हिमाचल के 26वें राज्यपाल के रूप में शपथ लेंगे कलराज मिश्र, सभी तैयारियां पूरी

देव बहादुर के पिता ने बताया कि उनका बेटा पिछले 10 सालों से बगीचे में काम कर रहा था, लेकिन उसकी मौत कैसे हुई ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा. डीएसपी रामपुर अभिमन्यु वर्मा ने दोनों मजदूरों के मौत की पुष्टि की और कहा कि मौत किन कारणों से हुई है इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पायेगा.

शिमला: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बगीचे में दो मजदूरों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. ये बगीचा राष्ट्रीय राजमार्ग 5 और कंडियाली में है, जो शिमला के नारकंडा के निकट स्थित है.

मृतक की पहचान देव बहादुर (42) पुत्र सतनाम सिंह के रूप में हुई है. मजदूर गांव दोछी साधुपुल जिला सोलन का रहने वाला था. बागीचे में कार्य करने वाली महिला ने बताया कि सुबह के समय जब उसने माली के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला उसके बाद अन्य मजदूरों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो देखा की अंदर माली अचेत अवस्था में पड़ा था, जिसकी मौत हो गई थी. मामले के बारे में पुलिस को सूचित किया गया. पुलिस मौके पर पहुंची ओर मामले की छानबीन शुरू की.

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वहीं दूसरी तरफ दोपहर करीब 2 बजे एक अन्य मजदूर पटियाला निवासी रामू की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसे एम्बुलेंस में ठियोग अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल में रामू की मौत हो गई.दोनों मजदूरों के शवों को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर शिमला पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया और उनके परिजनों को भी सूचित कर दिया है.

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देव बहादुर के पिता ने बताया कि उनका बेटा पिछले 10 सालों से बगीचे में काम कर रहा था, लेकिन उसकी मौत कैसे हुई ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा. डीएसपी रामपुर अभिमन्यु वर्मा ने दोनों मजदूरों के मौत की पुष्टि की और कहा कि मौत किन कारणों से हुई है इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पायेगा.

Intro:पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के बगीचे में दो मजदूरों की मौत। एक मरा हुआ मिला जबकि दूसरे ने अस्पताल जाते समय तोड़ा दम।पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए शिमला भेजे।Body:पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के बगीचे में दो मजदूरों की मौत का मामला सामने आया है ये बगीचा राष्ट्रीय राजमार्ग 5 ओर कंडियाली का है जो शिमला के नारकंडा के निकट स्थित है। Etv के संवाददाता ने बगीचे में जाकर प्रत्यक्षदर्शियों से बात की ओर मौत के कारणों के बारे में जानने की कोशिश की।जिस बगीचे में एक माली व मजूदर की मौत हो गई। ये कैप्टन अमरेंद्र सिंह के बागीचे में माली का काम करने वाला नेपाली मजदूर देव बहादुर (42) पुत्र सतनाम सिंह गांव दोछी साधुपुल जिला सोलन का रहने वाला था सुबह जब बागीचे में कार्य करने वाली महिला ने बताया कि सुबह के समय जब उसने माली के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला उसके बाद अन्य मजदूरों की मदद से दरवाजा तोड़ कर अंदर माली अचेत अवस्था में पड़ा हुआ पाया जिसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद अन्य मजदूरों ने पुलिस को सूचित किया।मामले की सूचना मिलते ही नारकंडा, कुमारसैन की टीम मौके पर पहुंची ओर मामले की छानबीन शुरू कर दी।इसी दौरान दोपहर करीब 2 बजे एकअन्य मजदूर पटियाला निवासी रामू की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसे तुरंत 108 एम्बुलैंस में ठियोग अस्पताल ले जाया गया जहां पर उसकी भी मौत हो गई।

बाईट,, प्रत्यक्षदर्शी



दोनों मजदूरों के शवों को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर शिमला पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया और उनके परिजनों को भी सूचित किया। देव बहादुर के पिता ने मौके पर पहुंच कर बताया कि उनका बेटा पिछले 10 सालों से बगीचे में काम कर रहा था लेकिन उसकी मौत कैसे हुई ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा।

बाईट,, सतनाम सिंह

मृतक के पिता

वन्ही डीएसपी रामपुर अभिमन्यु वर्मा ने दोनों मजदूरों के मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने मोके पर जाकर हालात का जायजा लिया ओर मोत किन कारणों से हुई है।इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही लग पायेगा।जो अभी तक नही आई है।मंगलवार को आने वाली इस रिपोर्ट से ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।

बाईट,, अभिमन्यु वर्मा

डीएसपी रामपुरConclusion:आपको बता दे कि अचानक हुई इस मौत से अन्य मजदूरों में भी ख़ौफ़ का माहौल बना हुआ है बहरहाल पुलिस इस पूरे मामले की कि जांच कर रही है।
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