शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने अनाथ आश्रम के बाद रहने के लिए दो आफ्टर केयर सेंटर स्थापित करेगा. इन सेंटर में 21 स 27 साल के अनाथ लोग रहेंगे. ये दोनों सेंटर मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के तहत स्थापित होंगे, सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने 21 साल से 27 साल के अनाथ लोगों के लिए मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत दो पश्चवर्ती देखभाल केंद्र (आफ्टर केयर सेंटर) स्थापित करेगी.
शिमला के टूटीकंडी और अर्की में स्थापित होंगे सेंटर: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तहत शिमला के टूटीकंडी में महिलाओं के लिए और सोलन जिला के अर्की में पुरुषों के लिए यह केंद्र स्थापित किए जाएंगे. मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत इन देखभाल केंद्रों में देखभाल, संरक्षण और पुनर्वास की आवश्यकता वाले 21 से 27 वर्ष तक के अनाथ व्यक्तियों अथवा उनके विवाह तक निःशुल्क ठहरने की सुविधा प्रदान की जाएगी. इन केंद्रों के लोगों को वस्त्र, स्वास्थ्य व शिक्षा सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी. उल्लखनीय है कि 21 साल तक बच्चों तक आश्रमों में अनाथ बच्चों को रखा जाता. यही वजह है कि सरकार ने इन बच्चों को बाद में देखभाल के लिए आफ्टर केयर सेंटर स्थापित करने का फैसला लिया है, जहां ये लोग रह सकेंगे.
इंटीग्रेटेड होम बनाएगी सुखविंदर सिंह सरकार: कैबिनेट बैठक में सुख आश्रय योजना के तहत आने वाले उपेक्षित वरिष्ठ नागरिकों, अनाथ बच्चों, विशेष रूप से सक्षम बच्चों और निराश्रित महिलाओं की बेहतर देखभाल के लिए नए एकीकृत घरों का निर्माण चरणबद्ध तरीके से एक परिसर में अलग-अलग खंडों को बनाने का भी फैसला लिया था. इनमें सभी आधुनिक सुविधाओं का समावेश होगा. कैबिनेट ने आरंभ में दो आधुनिक एकीकृत घर जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी और जिला मंडी के सुंदरनगर में स्थापित करने का भी फैसला लिया था.
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