शिमला: प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में मरीजों को अब कतारों में खड़े होने से जल्द निजात मिलेगी. दरअसल, आईजीएमसी अस्पताल प्रशासन सोमवार से डिजिटल टोकन की सुविधा का ट्रायल शुरू करने जा रहा है. इससे मरीजों को अब परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. मरीजों को इलाज करवाने के लिए अपनी पर्ची सुरक्षा कर्मी को देनी होगी और सुरक्षा कर्मी उस पर एक नंबर डालेगा. इसके बाद वह नंबर एलईडी स्क्रीन पर डिस्प्ले किया जाएगा. इससे मरीज को अपनी बारी का आसानी से पता चल सकेगा.
बता दें कि मौजूदा समय में मरीजों को इलाज के लिए घंटों लाइनों खड़े रहना पड़ता है. कई मरीज लाइनों में खड़े तो कई मरीज फर्श पर ही बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए नजर आते हैं. आईजीएमसी में रोजा ना हजारों की संख्या में अपना इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में अक्सर मरीजों की ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है. मरीजों की संख्या ज्यादा होने के कारण इस व्यवस्था को लागू किया जा रहा है. इससे पहले भी आईजीएमसी में इस तरह की व्यवस्था थी लेकिन उसमें तकनीकी खराबी आ गई थी, लेकिन अस्पताल के एमएस ने इस व्यवस्था को फिर से लागू करने के लिए प्राथमिकता से कार्य किया है और अब 8 जनवरी से इस व्यवस्था को लेकर ट्रायल भी शुरू किया जाना है.
मरीजों को इलाज के लिए प्रदान की जा रही हर सुविधा: आईजीएमसी के एमएस डॉ. राहुल राव ने बताया कि आईजीएमसी में मरीजों की परेशानी को देखते हुए आज से टोकन व्यवस्था का ट्रायल शुरू किया जा रहा है. जिससे मरीजों को अब इलाज के लिए लाइनों में खड़े रहने से मुक्ति मिलेगी. मरीजों को इलाज के लिए हर सुविधा प्रदान की जा रही है.
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