पेट्रोल-डीजल पर बढ़ाई गई एक्साइज ड्यूटी से व्यापार पर असर पड़ने के साथ-साथ भारतवासियों का विदेश घूमने का सपना भी कुछ महंगा हो जाएगा. तेल का आयात महंगा होने के चलते भारत की विदेशी मुद्रा के कोष पर खासा बुरा असर पड़ेगा, जिसके चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय मुद्रा में गिरावट आना तय है.
ऐसे में डॉलर की तुलना में भारतीय करंसी कमजोर होगी और विदेश यात्रा का सपना संजोकर बैठे भारतीयों को अपनी जेब थोड़ी और ढीली करनी पड़ेगी. तेल की कीमतें बढ़ने से विदेशी डिग्रीयों की इच्छा रखने वाले छात्रों की चिंता भी बढ़ जाएगी. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय करंसी की कीमत में गिरावट आने पर भारतीय छात्रों को विदेशों में शिक्षा हासिल करने के लिए ज्यादा खर्चा करना पड़ेगा.
पेट्रोल-डीजल की कीमतें देश के पर्यटन कारोबार पर भी असर डालेगी. प्रदेश के पर्यटन व्यवसायियों के अनुसार तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से अब कुल्लू मनाली का सफर भी महंगा हो सकता है. कुल्लू में ट्रेवल एजेंट का कारोबार कर रहे अभिनव वशिष्ठ, मनीष, राजेन्द्र का कहना है कि दिल्ली से मनाली आने वाले पर्यटक को अब यहां आने के लिए अतिरिक्त किराया देना पड़ेगा. वहीं, जो पर्यटक अपनी गाड़ी लेकर कुल्लू मनाली आते थे उन्हें भी अब यहां सफर करने में थोड़ी हिचकिचाहट जरूर होगी.
ट्रेवल एजेंट का कार्य कर रहे राजेंद्र चौधरी अभिनव वशिष्ठ व मनीष ठाकुर का कहना है कि हालांकि पेट्रोल डीजल के दामों में खास बढ़ोतरी तो नहीं हुई है, लेकिन इसका पर्यटन कारोबार पर गहरा असर हो सकता है. पेट्रोल की कीमतें बढ़ने से पर्यटक कुल्लू-मनाली की बजाय नजदीक का हिल स्टेशन घूमने के लिए तलाशेंगे.