हिमाचल प्रदेश विधानसभा को अगस्त 2014 में देश की पहली ई-विधान सभा बनने का (e assembly of Himachal) गौरव हासिल हुआ था. पेपरलेस प्रणाली से हर साल छह हजार से अधिक पेड़ कटने से बचते हैं और सालाना 15 करोड़ रुपए की बचत होती है. विधानसभा की सारी कार्यवाही अब मोबाइल ऐप पर ही उपलब्ध करवा दी जाती है. विधानसभा में पेश होने वाले विधेयक व अन्य दस्तावेज सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही मोबाइल ऐप पर (HIMACHAL PAPERLESS ASSEMBLY) उपलब्ध होते हैं.
परिवारवाद को बनाकर हथियार, भाजपा का कांग्रेस पर वार, क्या बदलेगा हिमाचल में रिवाज
हिमाचल में चुनावी माहौल के बीच कांग्रेस और भाजपा में वार-पलटवार का दौर जारी है. बीजेपी और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर जमकर निशाने साध रहे हैं. भाजपा के नेता कांग्रेस को नेतृत्वहीन पार्टी बता रहे हैं. भाजपा का मानना है कि कांग्रेस देश ही नहीं बल्कि हिमाचल में भी मां-बेटे की पार्टी बन कर रह गई है. भाजपा के नेता तो ये सब कह ही रहे हैं, लेकिन दशकों से कांग्रेस पार्टी में रहे हर्ष महाजन ने भी भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस के अंदर की पोल खोलने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने तो यहां तक कह डाला की अब कांग्रेस पूरे देश में ही खत्म हो चुकी है. जब तक राजा वीरभद्र सिंह थे तब तक ही हिमाचल में कांग्रेस थी.
हिमाचल विधानसभा चुनाव: टिकट आवंटन को लेकर दिल्ली में बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों की घोषणा (Himachal Pradesh assembly elections announced) के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसी कड़ी में आज राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी. इस बैठक में हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी टिकट बंटवारे को लेकर मंथन हो सकता है. राज्य के वरिष्ठ नेताओं के परामर्श से विधानसभा के चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया जा सकता है. उम्मीद जताई जा रही है कि आज शाम तक नाम को फाइनल कर लिया जाएगा और आज देर रात या कल पार्टी उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है. (BJP Central Election Committee meeting)
हिमाचल युवा कांग्रेस अनुशासन में रहकर करे काम, बगावत करने वालों से नहीं डरती कांग्रेस: सुक्खू
हिमाचल विधानसभा चुनाव में युवा कांग्रेस के नेताओं को टिकट न मिलने पर बगावती सुर उठ गए हैं. वहीं, प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि बगावत करने वालों से पार्टी डरती नहीं है. युवा कांग्रेस का काम कांग्रेस की मूवमेंट को आगे लेकर जाने का है. यदि किसी ने बगावत करनी है तो जल्द अपनी स्थिति स्पष्ट करें.
कर्ज का 'घी' पी रहा हिमाचल, वीरभद्र सरकार ने 19,200 करोड़ तो जयराम ने लिया 19,498 करोड़ का लोन
हिमाचल में बीेजपी और कांग्रेस की सरकार बारी-बारी से रही है लेकिन कर्ज के लेकर दोनों दल एक दूसरे को कटघरे में खड़ा करते हैं. कांग्रेस आरोप लगाती है कि बीजेपी ने प्रदेश को कर्ज में डुबो दिया. तो वहीं, हिमाचल के कर्ज के लिए बीजेपी कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराती है. आंकड़ों से समझते हैं कर्ज का मर्ज...
हिमाचल प्रदेश में चुनाव की तारीखों के ऐलान के 48 घंटों के भीतर सभी जिलों से 30,369 बैनर-पोस्टर हटा दिए हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा है कि चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के दिशानिर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर 19 को कर सकते हैं नॉमिनेशन, जीत का सिक्सर लगाने की करेंगे कोशिश
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है. सोमवार से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि 19 अक्टूबर को सीएम जयराम ठाकुर नॉमिनेशन कर सकते हैं हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
BJP का बड़ा नेता 2 दिन के भीतर कांग्रेस में होगा शामिल, राजीव शुक्ला आ रहे बिलासपुर: बंबर ठाकुर
former MLA of Bilaspur Sadar Bumber Thakur: पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर जिले से जल्द ही 500 भाजपा के नेता व कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर...
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022: शिमला जिले का सरकार बनाने में अहम रोल, आसान नहीं BJP की राह
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022: हर 5 साल में बदलती है देवभूमि में सरकार, जानें 37 सालों का इतिहास
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Assembly Election) में पिछले 37 सालों में कोई भी पार्टी अपनी सरकार रिपीट (Congress Government Not Repeated In Himachal ) नहीं कर सकी है. देवभूमि में 68 सीटों की जंग के लिए तमाम पार्टियों (BJP Government Not Repeated In Himachal ) ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. राजनीति के दिग्गज..सुरमा या यूं कहे कि राजनीति के हीरो लगातार जनता के बीच पहुंचे और वोट देने की अपील की. बीजेपी का दावा है कि इस बार रिवाज बदलेगा और बीजेपी की सरकार फिर से आएगी तो वहीं कांग्रेस का बीजेपी पर हमला जारी है. 1985 से लेकर 2017 तक के विधानसभा चुनाव के समीकरणों पर अगर गौर करें तो कोई भी एक पार्टी की सत्ता यहां नहीं रही है.