शिमला: उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के 20 घंटे के अंदर ही नए मुख्यमंत्री का चेहरा साफ हो चुका है. अब तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे. बुधवार को देहरादून में हुई विधायक दल की बैठक में तीरथ सिंह रावत के नाम पर मुहर लग गई. तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद हैं लेकिन उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री हिमाचल में भी कमल खिलाने में अपनी भूमिका निभा चुके हैं.
हिमाचल से क्या है रिश्ता ?
तीरथ सिंह रावत को साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल का प्रभारी बनाया गया था. उस दौरान तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के चौबटाखाल से विधायक थे. प्रभारी के रूप में तीरथ सिंह रावत ने हिमाचल प्रदेश में पार्टी के आला नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कई बैठकें की. हिमाचल की चारों लोकसभा क्षेत्रों का दौरा कर पार्टी नेताओं के साथ मंथन किया. इस दौरान तीरथ सिंह रावत ने हिमाचल की सभी चारों सीटें जीतने का दावा कर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ उन्हें मेहनत करने के लिए प्रेरित किया.
गौरतलब है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी ने एक बार फिर प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर बंपर जीत हासिल की थी. हिमाचल में चारों सीटों पर कमल खिलाने में प्रभारी की हैसियत से तीरथ सिंह रावत की भी भूमिका रही. चुनाव को लेकर रणनीति बनाने से लेकर प्रचार और कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम एक प्रभारी के तौर पर तीरथ सिंह रावत ने किया.
कौन हैं तीरथ सिंह रावत ?
तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे. वो उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद हैं. इससे पहले वो साल 2012 और 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में चौबटाखाल सीट से विधायक चुने गए. तीरथ सिंह रावत अब तक 3 बार विधायक चुने गए हैं. साल 2000 में उत्तराखंड को नए राज्य का दर्जा मिलने के बाद तीरथ सिंह रावत प्रदेश के पहले शिक्षा मंत्री भी बने. इसके अलावा वो उत्तराखंड में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. तीरथ सिंह रावत साल 1997 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं.
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